देश की खबरें | ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र में वयस्क आबादी से कहीं ज्यादा मतदाताओं का पंजीकरण हुआ: प्रवीण चक्रवर्ती

नयी दिल्ली, आठ जनवरी कांग्रेस नेता प्रवीण चक्रवर्ती ने महाराष्ट्र में नए मतदाताओं के पंजीकरण से जुड़े आंकड़े का हवाला देते हुए बुधवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के उस कथन पर सवाल खड़े किए कि मतदाता सूची में नाम शामिल करने या हटाने से संबंधित प्रक्रिया पुख्ता है।

उन्होंने कहा कि कुमार को बड़ी-बड़ी बातें करने के बजाय सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए क्योंकि यही भारतीय लोकतंत्र के हित में रहेगा।

राजीव कुमार ने मतदाता सूची में हेरफेर के आरोपों को मंगलवार को खारिज किया था और कहा था कि संपूर्ण दस्तावेज प्रदान करने, मौके पर पहुंचकर किए गए सत्यापन और संबंधित व्यक्ति को सुनवाई का मौका दिए बिना कोई नाम नहीं हटाया जा सकता है।

पार्टी के डेटा विश्लेषण विभाग के प्रमुख चक्रवती ने कहा, ‘‘क्या चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कुल वयस्क आबादी से अधिक मतदाताओं का पंजीकरण किया? दिल्ली और कुछ अन्य उप-चुनावों के लिए विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने के लिए 7 जनवरी को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्य चुनाव आयुक्त ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए पंजीकृत कुल मतदाताओं में रहस्यमय वृद्धि पर संदेह को दूर करने का प्रयास किया। कांग्रेस पार्टी ने इसको इंगित किया है।’’

उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए केवल चार महीनों में लगभग 50 लाख नए मतदाताओं की वृद्धि हुई है।

चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘सीईसी ने मतदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया को विस्तार से रेखांकित किया और दावा किया कि फर्जी मतदाताओं को जोड़ने से रोकने के लिए यह प्रक्रिया बेहद चुस्त-दुरुस्त और मजबूत है।’’

कांग्रेस नेता ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि वर्ष 2024 में महाराष्ट्र में 18 साल से अधिक आयु के लोगों की कुल आबादी 9.54 करोड़ होने का अनुमान है, लेकिन निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव के लिए कुल 9.7 करोड़ मतदाताओं का पंजीकरण किया।

चक्रवर्ती ने कहा कि ऐसा लगता है कि आयोग ने 16 लाख अधिक मतदाताओं का पंजीकरण किया।

उनके अनुसार, ‘‘अन्य सभी प्रश्न, जो हमने 10 दिसंबर, 2024 के अपने पहले पत्र में रहस्यमय तरीके से नए मतदाताओं को जोड़ने के बारे में उठाए थे, वो अनुत्तरित हैं। सिर्फ इस आंकड़े से सीईसी का मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने से संबंधित दावा खारिज हो जाता है कि चुनाव आयोग ने वयस्क आबादी की तुलना में अधिक मतदाताओं को पंजीकृत किया होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह देश के लोकतंत्र के हित में है और मतदाताओं के विश्वास को मजबूत करने के लिए जरूरी है कि सीईसी को बड़ी-बड़ी बातें करने और शायरी करने के बजाय कड़वी सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए और एक कर्तव्यनिष्ठ लोक सेवक के रूप में सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए।’’

हक

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