अमेरिकी उद्योगपति ईलॉन मस्क एक के बाद एक यूरोपीय राजनेताओं पर हमले बोल रहे हैं. इन हमलों में धुर-दक्षिणपंथी ताकतों का समर्थन भी है, जिससे यूरोप में चिंता बढ़ रही है.टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक ईलॉन मस्क पर यूरोपीय राजनीति में हस्तक्षेप के आरोप लग रहे हैं. मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का इस्तेमाल करते हुए कई बार धुर-दक्षिणपंथी विचारधाराओं का समर्थन किया है.
इस वजह से यूरोप के कई नेताओं ने उनकी आलोचना की है. उनका कहना है कि मस्क का यह रवैया लोकतांत्रिक संस्थानों और सार्वजनिक विमर्श को नुकसान पहुंचा सकता है.
ईलॉन मस्क के विवादास्पद बयान और हरकतों ने यूरोपीय नेताओं को असहज कर दिया है. अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे डॉनल्ड ट्रंप को आर्थिक सहयोग देने के बाद, मस्क ने अब यूरोप का रुख किया है. उन्होंने जर्मनी की धुर-दक्षिणपंथी पार्टी ऑल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) का समर्थन किया और ब्रिटिश प्रधानमंत्री किएर स्टारमर पर तीखे हमले किए.
मस्क अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धुर-दक्षिणपंथी खातों और प्रवासी विरोधी विचारों को बढ़ावा देते रहे हैं. राजनीतिक संचार के प्रोफेसर एंड्रयू चाडविक ने मस्क की तुलना पुराने जमाने के अखबार मालिकों से की. उन्होंने कहा, "मस्क अपने मंच का इस्तेमाल करके दक्षिणपंथी विचारधाराओं को बढ़ावा दे रहे हैं और अपने विचार थोपने की कोशिश कर रहे हैं."
यूरोपीय नेताओं की प्रतिक्रिया
स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज ने मस्क की नीतियों की कड़ी आलोचना की. फ्रांको की तानाशाही के 50 साल पूरे होने के एक कार्यक्रम में उन्होंने बिना नाम लिए मस्क को निशाना बनाया. उन्होंने कहा, "दुनिया का सबसे अमीर आदमी हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमला कर रहा है और नफरत फैला रहा है."
कैटालोनिया के क्षेत्रीय अध्यक्ष सल्वाडोर ईया ने भी मस्क के खिलाफ अपनी चिंता जताई. उन्होंने मस्क द्वारा कैटालोनिया में प्रवासियों से जुड़े एक लेख को रीट्वीट करने पर कहा कि हमें एक ऐसे टेक अरबपति के हाथों में नहीं पड़ना चाहिए, जो दक्षिणपंथी विचारधारा का समर्थक है.
जर्मनी में भी मस्क के बयान चर्चा का विषय बने हैं. चांसलर ओलाफ शोल्त्स की सरकार के गिरने के बाद फरवरी में होने वाले चुनावों से पहले मस्क ने एएफडी का समर्थन किया. उन्होंने एक पोस्ट में जर्मनी को "आर्थिक और सांस्कृतिक पतन के कगार पर" बताया. शोल्त्स ने इस पर जवाब देते हुए कहा, "जर्मनी का भविष्य सोशल मीडिया मालिक तय नहीं करेंगे, बल्कि जनता करेगी."
ब्रिटेन में मस्क ने प्रधानमंत्री किएर स्टारमर पर तीखे आरोप लगाए. उन्होंने स्टारमर को "दुष्ट तानाशाह" कहा और उन पर पुराने बाल यौन शोषण मामलों में मिलीभगत का आरोप लगाया. स्टारमर ने इन आरोपों को "झूठ और भ्रामक" बताया. इस विवाद के बाद ब्रिटेन में विदेशी हस्तक्षेप रोकने के लिए सख्त कानूनों की मांग तेज हो गई है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों और ग्रीस के स्वास्थ्य मंत्री एडोनिस जॉर्जियाडिस ने भी मस्क के रवैये की आलोचना की है. माक्रों ने कहा कि टेक अरबपतियों का यह हस्तक्षेप लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. जॉर्जियाडिस ने मस्क के व्यवहार को "चिंताजनक और गैर-जिम्मेदाराना" बताया.
मस्क के कदमों के बड़े असर
मस्क के यूरोपीय राजनीति में हस्तक्षेप से यह साफ दिखता है कि वह दक्षिणपंथी विचारधाराओं के करीब हैं. उनकी प्रवासी विरोधी टिप्पणियां और प्रगतिशील नेताओं पर हमले यह दर्शाते हैं कि वह सार्वजनिक चर्चा और राजनीति को अपने अनुसार मोड़ना चाहते हैं.
उनके समर्थक इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताते हैं, लेकिन आलोचकों का मानना है कि वह अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर रहे हैं.
यूरोपीय संघ (ईयू) ने अपने डिजिटल सर्विस एक्ट के तहत मस्क की सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच शुरू की है. ईयू के प्रवक्ता थॉमस रेग्नियर ने कहा कि इस तरह की जांच से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखने में मदद मिलेगी.
मस्क के राजनीतिक हस्तक्षेप उनके व्यवसाय के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं. यूरोप में टेस्ला की बिक्री में गिरावट आई है. 2023 के पहले नौ महीनों में टेस्ला की बिक्री 13 फीसदी कम हुई, जबकि जर्मनी में 44 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. विश्लेषक फेलिप मुनोज ने कहा कि मस्क का यह रवैया एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक के लिए खतरनाक हो सकता है.
ईलॉन मस्क का यूरोपीय राजनीति में बढ़ता दखल कई गंभीर सवाल खड़े करता है. जहां उनके समर्थक इसे स्वतंत्रता का अधिकार मानते हैं, वहीं आलोचक इसे लोकतंत्र और राजनीतिक स्थिरता के लिए खतरा बता रहे हैं. यूरोप के नेता मस्क के हस्तक्षेप से निपटने के उपाय तलाश रहे हैं. यह विवाद सोशल मीडिया के नियमन और कॉर्पोरेट जिम्मेदारी पर नए सिरे से बहस छेड़ रहा है.
वीके/सीके (डीपीए, एपी)