नयी दिल्ली, 6 अगस्त : मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एमडीएमके) के सदस्य वाइको ने मंगलवार को राज्यसभा में श्रीलंकाई नौसेना की ओर से जलक्षेत्र में भारतीय मछुआरों पर हमले करने और उन्हें मार डालने के साथ ही उन्हें पड़ोसी देश की जेलों में बंद करने का मुद्दा उठाया और सरकार से इस मामले में ठोस कार्रवाई की मांग की. शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए वाइको ने कहा कि पिछले कुछ सालों में 875 भारतीय मछुआरों पर श्रीलंकाई नौ सेना ने हमले किए और उनकी हत्या की है जबकि 87 मछुआरे आज भी कोलंबो की जेलों में बंद हैं. पिछले कुछ महीनों में हुए ऐसे विभिन्न हमलों का उल्लेख करते हुए वाइको ने कहा कि उन्होंने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और दो बार विदेश मंत्री एस जयशंकर के समक्ष भी इस मुद्दे को उठाया. वाइको ने कहा कि विदेश मंत्री ने उनसे कहा था कि वह ऐसी घटनाओं से चिंतित हैं और सरकार स्थिति में सुधार के लिए प्रयास कर रही है. एमडीएमके के वरिष्ठ सदस्य ने कहा, ‘‘हमारे जलक्षेत्र में हमारे ही मछुआरों की हत्या कर दी जा रही है.’’
उन्होंने सरकार से भारतीय मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की दिशा में ठोस कार्रवाई करने की मांग की. शून्यकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने इंस्टाग्राम सहित सोशल मीडिया के कुछ मंचों पर अश्लील और हिंसक सामग्रियों से समाज में फैल रही कुरीतियों पर चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि देश में बड़े पैमाने पर युवा और नई पीढ़ी इसका शिकार हो रही है. उन्होंने कहा कि एक अनुमान के अनुसार लगभग वे तकरीबन तीन घंटा इन चीजों में बर्बाद करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इससे बहुत सारी विकृतियों समाज में पैदा हो रही हैं. आए दिन ऐसी खबरें सुनने को मिलती हैं कि इंस्टाग्राम पर मित्रता हुई, शादी हुई और फिर लड़के ने लड़की की हत्या कर दी. रोज ऐसी घटनाएं होती हैं.’’ यादव ने कहा, ‘‘लोग ऐसे वस्त्र लोग पहनते हैं कि नजर झुक जाती है. उस तरफ से चेहरा हटाना पड़ जाता है.’’ यह भी पढ़ें : Ban on Hijab in College: कॉलेज में हिजाब पर प्रतिबंध के फैसले के खिलाफ दर्ज याचिका पर उच्चतम न्यायालय करेगा सुनवाई
सपा के ही सदस्य रामजी लाल सुमन ने हाल ही में हाथरस में एक सत्संग के दौरान भगदड़ से हुई लोगों की मौत का मुद्दा उठाया और इसके पीड़ितों के लिए उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस हादसे में 123 लोग मारे गए और कितने घायल हुए, उसका तो कोई हिसाब भी नहीं है. उन्होंने कहा कि इस घटना के पीड़ितों को जमीन का पट्टा मुआवजे के रूप में दिया जाए. कांग्रेस की रजनी पाटिल ने महाराष्ट्र के सहकारी बैंकों में घोटालों का मुद्दा उठाया और इस मामले में केंद्र सरकार से आवश्यक कार्रवाई की मांग की.