पुलिस का कहना है कि अल-अक्सा मस्जिद परिसर के अंदर फलस्तीनियों ने भारी सुरक्षा बंदोबस्त वाले गेट की ओर पत्थर और आतिशबाजी फेंकना शुरू कर दिया। यह गेट ‘वेस्टर्न वॉल’ की ओर जाता है, जहां यहूदी प्रार्थना कर सकते हैं। इसके बाद पुलिस परिसर की ओर बढ़ी और रबर की गोलियां चलाईं।
यह हिंसक झड़प करीब एक घंटे तक चली और परिसर में मौजूद अन्य फलस्तीनियों द्वारा पथराव कर रहे लोगों को समझाने तथा पुलिस को पीछे हटने के लिये मनाने के बाद थमी।
फलस्तीनी रेड क्रिसेंट आपातकालीन सेवा ने कहा कि 40 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से 22 को स्थानीय अस्पतालों में इलाज की आवश्यकता है। उसने कहा कि इजराइली बलों ने संघर्ष के दौरान राहतकर्मियों को पहले परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया और एक चिकित्सक को पुलिस ने पीटा।
पुलिस ने तत्काल प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन बाद में एक बयान में कहा कि उसने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
अल-अक्सा मस्जिद इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल है। इसे एक पहाड़ी पर बनाया गया है जो यहूदियों के लिये सबसे पवित्र स्थल है जो इसे ‘टेंपल माउंट’ कहते हैं। यह इजराइल और फलस्तीन के बीच लंबे समय से संघर्ष का केंद्र रहा है।
एपी
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