विदेश की खबरें | सीरिया से रॉकेट दागे जाने के बाद इज़राइली सेना ने जवाबी हमले किए
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इज़राइली सेना ने शुरू में कहा था कि दूसरे हमले में जब तीन रॉकेट दागे गए, तो उसने सीरिया के उन इलाकों में पोत से गोलाबारी की, जहां से ये रॉकेट दागे गए थे।

बाद में सेना ने कहा कि इज़राइली लड़ाकू विमानों ने सीरियाई सेना के ठिकानों पर हमला किया है, जिसमें सीरियाई ‘फोर्थ डिविज़न’ का परिसर और राडार एवं तोपखाना चौकियां शामिल हैं।

इज़राइली सेना ने कहा कि रविवार तड़के दो रॉकेट इज़राइल की सीमा में दागे गए, जिनमें से एक को हवा में ही मार गिराया गया, जबकि दूसरा खुले इलाके में गिरा।

पहला हमला शनिवार को हुआ था, जिसमें एक रॉकेट इज़राइल द्वारा देश में शामिल किए गए गोलान हाइट्स के एक खेत में गिरा था। वहीं, तबाह की गई एक अन्य मिसाइल के टुकड़े सीरिया की सीमा के पास जॉर्डन के क्षेत्र में गिरे। जॉर्डन की सेना ने इसकी पुष्टि की।

हमलों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

बेरूत के अल मयादीन टीवी ने खबर दी है कि दमिश्क स्थित फलस्तीनी समूह ने शनिवार को तीन मिसाइलें दागने की जिम्मेदारी ली है। यह समूह सीरियाई सरकार के प्रति वफादार माना जाता है।

खबर में ‘अल कुदुस ब्रिगेड’ के हवाले से कहा गया है कि फलस्तीनी समूह ने अल-अक्सा मस्जिद पर पुलिस के छापे के जवाब में ये रॉकेट दागे हैं।

इस बीच, फलस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि कब्जाए गए वेस्ट बैंक के अज़्ज़ोन शहर में इज़राइली सुरक्षा बलों ने 20 वर्षीय फलस्तीनी युवक को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के विरोध में इलाके में प्रदर्शन शुरू हो गए।

इज़राइली सेना ने कहा है कि सैनिकों ने पथराव कर रहे और विस्फोटक उपकरण फेंक रहे फलस्तीनियों पर गोली चलाई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इज़राइली सेना की कार्रवाई में मारे गए युवक की पहचान आइद सलीम के तौर पर की है।

सीरिया से ये रॉकेट हमले इज़राइली पुलिस की ओर से यरूशलम में स्थित अल अक्सा मस्जिद परिसर में मारे गए छापे की पृष्ठभूमि में किए गए हैं।

रमज़ान के पवित्र महीने के दौरान इस छापे को लेकर फलस्तीनियों ने गुस्सा जाहिर किया है, जबकि इसके जवाब में लेबनान और गाज़ा पट्टी में फलस्तीनी चरमपंथियों ने इज़राइल पर रॉकेट हमले किए हैं।

इसकी प्रतिक्रिया में इज़राइल के जंगी विमानों ने गाज़ा पट्टी में हमास से कथित रूप से जुड़े स्थलों और दक्षिणी लेबनान पर हमले किए।

शनिवार देर रात यरूशलम में तनाव फिर तब बढ़ गया, जब सैकड़ों फलस्तीनी नमाज़ियों ने खुद को मस्जिद में बंद कर लिया। इसके बाद, इज़राइली पुलिस ने मस्जिद में बंद नमाज़ियों को रात में बाहर निकाला।

इस तनाव के बाद इज़राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने यहूदी त्योहार पासोवर के मौके पर वेस्ट बैंक और गाज़ा पट्टी से फलस्तीनियों के इज़राइल में प्रवेश करने पर लगाई गई रोक को बढ़ा दिया है।

गैलेंट ने कहा कि यह प्रतिबंध पिछले बुधवार को लागू किया गया था, जो आगामी बुधवार को त्योहार के संपन्न होने तक प्रभावी रहेगा।

एपी

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