विदेश की खबरें | युद्धविराम समाप्त होने पर इजराइल ने शुरू किए गाजा पर हवाई हमले
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

हमास शासित गाजा पट्टी के गृह मंत्रालय ने बताया कि दक्षिणी गाजा पर हवाई हमले किए जा रहे हैं। गाजा पट्टी से आ रही तस्वीरों में क्षेत्र के ऊपर घना काला धुआं दिखाई दे रहा है।

इजराइल और फलस्तीन के चरमपंथी समूह हमास के बीच अस्थायी युद्धविराम शुक्रवार सुबह सात बजे समाप्त हो गया और इसके ठीक आधे घंटे बाद इजराइली सेना ने हमले की घोषणा की।

इससे पहले इजराइल ने हमास पर युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था और कहा था कि गाजा से इजराइल की ओर रॉकेट दागे गए थे।

यह युद्धविराम एक सप्ताह पहले 24 नवंबर को शुरू हुआ था। शुरुआत में यह चार दिनों के लिए था और फिर कतर तथा मध्यस्थता में मदद करने वाले देश मिस्र की सहायता से इसे दो दिन के लिए तथा फिर एक दिन के लिए और बढ़ाया गया।

सप्ताह भर के युद्धविराम में गाजा में हमास और अन्य समूहों ने 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया, जिनमें से अधिकतर इजरायली थे। बदले में इजरायल की जेलों से 240 फलस्तीनियों को रिहा किया गया।

अभी तक अधिकतर महिलाओं और बच्चों को रिहा किया गया है लेकिन अब भी हमास के कब्जे में कुछ बंधक हैं। हमास का गाजा पर 16 वर्ष से शासन है और माना जा रहा है कि हमास शेष बंधकों खासतौर पर सैनिकों की रिहाई के लिए कड़ी शर्ते रख सकता है। गाजा में अब भी सौ से अधिक बंधक हैं जबकि शेष को रिहा कर दिया गया है।

मध्यस्थता में अहम भूमिका निभाने वाले कतर तथा मिस्र ने युद्धविराम को दो और दिन बढ़ाने के प्रयास किए थे।

इजराइल पर उसके मुख्य सहयोगी देश अमेरिका की ओर से इस बात का दबाव है कि जब वह हमास के खिलाफ हमले शुरू करे तो इस बात का ध्यान रखे कि इसमें आम नागरिक नहीं मारे जाएं।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बृहस्पतिवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की।

ब्लिंकन ने युद्धविराम की अवधि बढ़ने की उम्मीद जताई थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर इजराइल युद्ध पुन: शुरू करता है और दक्षिणी गाजा में हमास के खिलाफ कार्रवाई करता है तो उसे यह ‘‘अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों के अनुरूप’’ करना होगा और उसके पास आम नागरिकों की रक्षा के लिए ‘‘ स्पष्ट योजना’’ होनी चाहिए।

गाजा की अधिकतर आबादी दक्षिणी गाजा चली गई है और अब उनके पास बचने के लिए कोई और स्थान नहीं है। इससे यह प्रश्न उठने लगे हैं कि वहां इजराइल की किसी भी कार्रवाई से आम नागरिकों को हताहत होने से कैसे बचाया जा सकता है।

इजराइल ने कहा था कि हमास की ओर से बंदियों को रिहा किए जाने तक वह युद्धविराम का पालन करेगा। हालांकि इजराइल ने उसके बाद हमले पुन: शुरू करने का प्रण लिया था।

नेतन्याहू पर बंधकों को रिहा कराने का भारी दबाव है, लेकिन उनके धुर दक्षिणपंथी सहयोगी हमास के पूरी तरह समाप्त होने तक युद्ध जारी रखने का दबाव बना रहे हैं और किसी तरह की हीला-हवाली पर उनके गंठबधन छोड़ने का डर है।

युद्धविराम के दौरान कुल 83 इजराइलियों को रिहा किया गया है । इनके अलावा 24 अन्य बंधकों - थाइलैंड के 23 और फिलीपीन के एक नागरिक को भी रिहा किया गया है।

इजराइल ने कहा है कि उसके कम से कम 125 लोग अब भी हमास की कैद में हैं।

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