नयी दिल्ली, 22 दिसंबर सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने अमेरिका की एक विशेष रसायन कंपनी पर 15 साल पहले उसके अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि आरोपों के मुताबिक, अमेरिकी फर्म ने उत्प्रेरक (कैटालिस्ट) की आपूर्ति का ठेका हासिल करने के लिए रिश्वत दी।
अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) के 28 सितंबर, 2023 को जारी आदेश के अनुसार तेल रिफाइनरियों के संचालन में उपयोग किए जाने वाले उत्प्रेरकों को बनाने वाली वैश्विक विशेष रसायन आपूर्तिकर्ता एल्बेमर्ले कॉरपोरेशन ने कथित तौर पर आईओसी के व्यवसाय से संबंधित भारतीय मध्यस्थ कंपनी को लगभग 11.4 लाख अमेरिकी डॉलर का कमीशन दिया।
आदेश के मुताबिक, कंपनी ने 2009 और 2011 के बीच उस व्यवसाय से लगभग 1.11 करोड़ डॉलर का लाभ हासिल किया।
एल्बेमर्ले को 2017 में अमेरिकी अधिकारियों ने रिश्वतखोरी के आरोप में पकड़ा था। कंपनी ने मुकदमे से बचने के लिए 2023 में 19.8 करोड़ डॉलर से अधिक का जुर्माना देकर मामले का निपटारा कर लिया।
आईओसी ने शेयर बाजार को बताया कि वह इस मामले में कोई पक्ष नहीं है और न ही कंपनी के खिलाफ अमेरिकी एसईसी की कार्यवाही में उसपर कोई आरोप है।
कंपनी ने कहा कि उसने इस घटना के संबंध में एक आंतरिक तथ्य-खोज समीक्षा शुरू की है, ताकि इन आरोपों से जुड़े तथ्यों को अच्छी तरह से समझा जा सके।
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