कोलकाता, 11 सितंबर आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधिकारियों ने बुधवार को उन 51 डॉक्टरों के मामले की सुनवाई टाल दी, जिन्हें संस्थान के लोकतांत्रिक माहौल को खतरे में डालने और डराने-धमकाने की संस्कृति को बढ़ावा देने के आरोप में नोटिस जारी किया गया था। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सुनवाई शुक्रवार को होने की संभावना है।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ने सोमवार को 51 डॉक्टरों को डराने-धमकाने की संस्कृति को बढ़ावा देने और संस्थान के लोकतांत्रिक माहौल को खतरे में डालने के आरोप में नोटिस जारी किया था और उन्हें 11 सितंबर को समिति के समक्ष पेश होने को कहा था।
नोटिस में कहा गया है कि उन्हें समिति के समक्ष अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी।
यह निर्णय आर.जी. कार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की विशेष परिषद समिति द्वारा लिया गया तथा जांच समिति द्वारा बुलाए जाने तक 51 डॉक्टरों का संस्थान के परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इस सूची में वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर, हाउस स्टाफ, इंटर्न और प्रोफेसर शामिल हैं।
आरजी कर अस्पताल में नौ अगस्त को एक प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत के बाद जूनियर डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन से अस्पताल हिल गया है। पीड़िता का कथित तौर पर ड्यूटी के दौरान बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना से पूरे देश में आक्रोश फैल गया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)