(श्रुति भारद्वाज)
नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर दिल्ली के रोहिणी इलाके के निवासी रविवार सुबह एक जोरदार धमाके की आवाज सुनकर नींद से जागे। धमाके की तीव्रता ऐसी थी कि दूर-दूर के घरों में भी इसका कंपन महसूस किया गया। स्थानीय निवासियों ने यह जानकारी दी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटनास्थल पर "रसायन जैसी" गंध थी और हर जगह घने सफेद धुएं का गुब्बार था। निवासियों ने कहा कि इलाके में स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास विस्फोट होने के बाद आसपास दहशत फैल गई।
इलाके की निवासी किरण सचदेवा ने कहा, ‘‘यह (धमाका) पटाखे की तरह नहीं था, आवाज बहुत तेज थी और उसके बाद 15-20 मिनट तक हर जगह सिर्फ धुआं ही धुआं था।’’
साठ-वर्षीया किरण ने कहा कि यद्यपि उनका घर घटनास्थल से 200-250 मीटर दूर था, लेकिन धमाके का अहसास "भूकंप जैसा" महसूस हुआ।
अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट से स्थानीय व्यवसाय प्रभावित हुए। उनके अनुसार, अग्निशमन विभाग, पुलिस, बम निरोधक दस्ते के साथ-साथ राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) की एक-एक टीम विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी।
अधिकारियों के अनुसार, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन स्कूल की दीवारें और कुछ दुकानें तथा पास में ही खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।
आमतौर पर चहल-पहल वाली सड़कें खामोश थीं, सभी दुकानें और खोखे बंद थे।
दुकानदार हिमांशु कोहली ने कहा कि जब उन्होंने धमाके की आवाज सुनी तो वे घटनास्थल की ओर भागे। उन्होंने कहा कि हवा में सफेद धुआं भर गया और मौके से रसायन की तीक्ष्ण गंध आ रही थी।
कोहली ने कहा, "कांच की खिड़कियां और बोर्ड टूट गए थे। मैं डर गया और अपनी दुकान पर वापस आ गया।"
पश्चिम विहार निवासी रीता सिंह ने कहा, "मेरा बेटा उस (सीआरपीएफ) स्कूल में कक्षा-नौ में पढ़ता है। मैं उसके बारे में चिंतित होने से खुद को नहीं रोक पाया।"
अनीता सिंह नामक एक महिला मंदिर से लौट रही थी कि उन्होंने "बहुत तेज़ धमाका" सुना।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने घर में कंपन महसूस किया। ऐसा लगा जैसे किसी का सिलेंडर पास में फट गया हो। मेरे बच्चों की स्कूल बस यहीं आती है और आमतौर पर हम सुबह इसी (स्कूल के पास) गेट पर खड़े होते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज रविवार था, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ। मैं यह सोचकर कांप उठती हूं कि अगर यह सप्ताह के दिनों में हुआ होता तो कितना बड़ा हादसा हो सकता था।’’
पैंतीस वर्षीय अनीश मल्होत्रा ने कहा कि जब विस्फोट सुना तो वह डर के मारे जाग गए। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं बाहर आया तो चारों तरफ धुआं था, लेकिन शुक्र है कि रविवार था और स्कूल बंद थे, क्योंकि यहां एक-दूसरे से सटे दो स्कूल हैं।’’
धीरज पराना ने कहा, ‘‘यह सड़क काफी व्यस्त है और अगर यह शाम को हुआ होता, तो मुझे नहीं पता कि कितना नुकसान हो सकता था। आज करवा चौथ है और बहुत से लोग यहां जश्न मनाने के लिए बाहर निकले होंगे।’’
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