
ठाणे, 10 मई ठाणे जिला प्रशासन ने सामाजिक संगठनों, प्रशिक्षण संस्थानों और पूर्व सैनिकों के निकायों से आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए उपलब्ध कर्मियों और अन्य संसाधनों के बारे में जानकारी प्रस्तुत करने की अपील की है।
यह अपील ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संघर्ष की पृष्ठभूमि में की गई है।
प्रशासन ने कहा है कि यह महत्वपूर्ण जानकारी अगले तीन दिन में ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित तालुका के तहसीलदारों और नगरपालिका सीमा के अंदर संबंधित नगर निगम के उपायुक्त (मुख्यालय) तक पहुंचनी चाहिए।
प्रशासन के एक प्रवक्ता ने कहा, “यह जानकारी जिले में आपातकालीन प्रबंधन को और अधिक कुशल बनाने तथा किसी भी आवश्यक स्थिति में तत्काल मदद प्रदान करने के लिए फायदेमंद होगी।”
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने सामाजिक संगठनों के स्वयंसेवकों के बड़े नेटवर्क, प्रशिक्षण संस्थानों के कुशल कर्मियों और पूर्व सैनिकों के अमूल्य अनुभव व अनुशासन को समन्वित करने के लिए यह कदम उठाया है।
प्रशासन ने प्रत्येक श्रेणी से अपेक्षित विशिष्ट जानकारी की रूपरेखा तैयार की है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, "प्रत्येक सामाजिक संगठन से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने सक्रिय सदस्यों की संख्या, उनके पास मौजूद किसी विशेष कौशल (जैसे प्राथमिक चिकित्सा, खोज एवं बचाव क्षमता, परामर्श विशेषज्ञता, आदि) का विवरण और उपलब्ध उपकरणों (वाहन, चिकित्सा आपूर्ति, संचार प्रणाली समेत) आदि की जानकारी प्रस्तुत करे।"
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