जरुरी जानकारी | जनवरी में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि धीमी पड़कर 3.8 प्रतिशत पर

नयी दिल्ली, 12 मार्च विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन की वजह से जनवरी, 2024 में देश की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि धीमी होकर 3.8 प्रतिशत रह गई। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाले कारखाना उत्पादन की वृद्धि जनवरी, 2023 में 5.8 प्रतिशत रही थी।

वहीं, एक महीने पहले दिसंबर, 2023 में आईआईपी की वृद्धि दर 4.2 प्रतिशत रही थी, जबकि नवंबर में यह 2.4 प्रतिशत रही थी।

इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह यानी जनवरी तक औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 5.9 प्रतिशत रही है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन 5.5 प्रतिशत बढ़ा था।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘जनवरी, 2024 में भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 3.8 प्रतिशत बढ़ गया।’’

नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि जनवरी में घटकर 3.2 प्रतिशत रह गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 4.5 प्रतिशत थी।

जनवरी के महीने में बिजली क्षेत्र का उत्पादन भी धीमी 5.6 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ा। एक साल पहले इसी अवधि में बिजली क्षेत्र का उत्पादन 12.7 प्रतिशत बढ़ा था।

इसके अलावा समीक्षाधीन महीने में खनन उत्पादन वृद्धि भी साल भर पहले के नौ प्रतिशत के मुकाबले घटकर 5.9 प्रतिशत रह गई।

उपयोग पर आधारित वर्गीकरण के मुताबिक, जनवरी माह में पूंजीगत उत्पाद खंड की वृद्धि घटकर 4.1 प्रतिशत रह गई, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 10.5 प्रतिशत रही थी।

इस साल जनवरी में टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन 10.9 प्रतिशत बढ़ा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में इसमें 8.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन आलोच्य अवधि में 0.3 प्रतिशत घट गया जबकि जनवरी, 2023 में इसमें 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

आंकड़ों के मुताबिक, बुनियादी ढांचा/ निर्माण वस्तुओं में भी जनवरी, 2024 में 4.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 11.3 प्रतिशत बढ़ा था।

इस साल जनवरी में प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो एक साल पहले 9.8 प्रतिशत थी। वहीं मध्यवर्ती सामान खंड में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो एक साल पहले इसी अवधि में दर्ज 1.4 प्रतिशत के आंकड़े से अधिक है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)