जम्मू, 14 सितंबर: लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बी डी मिश्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय सैनिक चीन से लगी सीमा के एक-एक इंच की रक्षा कर रहे हैं और हाल के वर्षों में पड़ोसी देश ने एक इंच भी जमीन पर कब्जा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि पूरे लद्दाख में सड़कों, हेलीपैड, सुरंगों और पुलों के निर्माण के साथ बुनियादी ढांचे का विकास तेजी से हो रहा है और भारत अगले चार-पांच वर्ष के भीतर इस संबंध में चीन के बराबर पहुंच जाएगा.
ब्रिगेडियर मिश्रा (सेवानिवृत्त) तीन दिवसीय ‘नॉर्थ टेक’ संगोष्ठी के सिलसिले में जम्मू में थे, जो बुधवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) जम्मू में संपन्न हुई. इस आयोजन ने रक्षा उत्पादन और प्रौद्योगिकी प्रसार में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के साथ-साथ उत्तरी कमान में सेना की अभियानगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशिष्ट समाधान तैयार करने की दिशा में शिक्षा और उद्योग के बीच जुड़ाव के लिए एक मंच प्रदान किया. उपराज्यपाल ने यहां एक विशेष साक्षात्कार में ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘अगर एशिया में उनके (चीन) मुकाबले में कोई है, तो वह भारत है. चीन नापाक मंसूबे वाला देश है। इसलिए शुरू से ही, उसकी नीति भारत को रोकने, धमकाने और मजबूर करने की रही है। इसलिए वे पिछले दो, तीन दशकों से ऐसा कर रहे हैं.’’
मिश्रा ने कहा कि भारत ने लगभग छह-सात साल पहले इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास शुरू किया था. उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘लेकिन जिस तरह से हम सड़कों, हेलीपैड, एयरफील्ड, सुरंगों और पुलों जैसे बुनियादी ढांचे का विकास कर रहे हैं, अगले चार या पांच वर्ष में हम चीन के बराबर हो जाएंगे और हम अपनी सीमाओं पर बुनियादी ढांचे के मामले में, यदि बेहतर नहीं भी तो, चीन के समान होंगे.’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले महीने कहा था कि लद्दाख में हर व्यक्ति जानता है कि चीन ने ‘‘हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है।’’ गांधी के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर उपराज्यपाल ने कहा कि जमीनी हकीकत यह है कि पड़ोसी देश ने हालिया वर्षों में भारतीय भूभाग के एक वर्ग इंच पर भी कब्जा नहीं किया है. उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा कि किसी व्यक्ति विशेष ने क्या कहा है या कोई खास व्यक्ति क्या कह रहा है। मैं आपको अपने दौरे, अवलोकन और जमीनी हकीकत देखने के आधार पर जवाब दूंगा। तथ्य यह है कि भारत की एक वर्ग इंच जमीन पर भी उनका (चीन) कब्जा नहीं है.’’
ब्रिगेडियर मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने कहा कि भारतीय सैनिक सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और वे इसके एक-एक इंच की रक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जिसे जो कहना है कहे लेकिन तथ्य यह है कि भारत की एक इंच भी जमीन चीन के कब्जे में नहीं है. 1962 में (भारत-चीन युद्ध के दौरान) जो कुछ भी हुआ, वह एक अतीत की कहानी है. वह एक अलग मुद्दा है लेकिन जब मैं वर्तमान की बात कर रहा हूं और वास्तविक नियंत्रण रेखा की हमारी अपनी परि के अनुसार, हम वहां मौजूद हैं.’’
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