खेल की खबरें | रियो की कसक तोक्यो में पदकों के साथ दूर करने उतरेंगे भारतीय निशानेबाज

तोक्यो, 23 जुलाई रियो ओलंपिक में नाकामी के बाद से लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार कर रहे भारतीय निशानेबाज तोक्यो में पदकों के साथ उस मलाल को मिटाने की कोशिश करेंगे और इस बार भारतीय दल से एक या दो नहीं बल्कि चार पदकों की उम्मीद है।

यूं तो भारत के 15 निशानेबाजों में से सभी पदक जीतने में सक्षम हैं लेकिन कुछ को सबसे प्रबल पदक उम्मीद माना जा रहा है । इनमें से एक सौरभ चौधरी हैं जिनका सामना ओलंपिक और विश्व चैम्पियनों से होना है । पहले दिन पुरूषों की दस मीटर एयर पिस्टल में चौधरी और अभिषेक वर्मा भारत की चुनौती पेश करेंगे ।

महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में कल अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वालारिवन की तकदीर का भी फैसला होगा । भारत के पास यह पदकों का खाता खोलने का भी मौका रहेगा ।

तीन बार की आईएसएसएफ विश्व कप स्वर्ण पदक विजेता चंदेला कोरोना संक्रमण का शिकार हो गई थी और क्रोएशिया अभ्यास सह प्रतिस्पर्धा दौरे पर रवाना होने से ठीक पहले उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई । उनका यह दूसरा ओलंपिक है और रियो में पैर में चोट के कारण वह खेल नहीं सकी थी ।

दुनिया की नंबर एक इलावेनिल देश के सर्वश्रेष्ठ राइफल निशानेबाजों में से है और ओलंपिक पदक विजेता गगन नारंग पिछले सात साल से उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं ।

चौधरी ने अपने छह साल के कैरियर में इतनी कामयाबी पाई है कि वह तोक्यो में पदक की उम्मीदों में से है ।गांव के मेले में शौकिया निशाने लगाकर कैरियर की शुरूआत करने वाले चौधरी ने तोक्यो तक लंबा सफर तय किया है ।

दूसरे दिन भारत की मनु भाकर और यशस्विनी सिंह देसवाल दस मीटर एयर पिस्टल में उतरेंगी । पुरूषों की दस मीटर एयर राइफल में दिव्यांश सिंह पंवार और दीपक कुमार चुनौती पेश करेंगे ।

निशानेबाजी स्पर्धा के आखिरी दौर में राही सरनोबत, ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, अंजुम मुद्गिल, तेजस्विनी सावंत, संजीव राजपूत और दो स्कीट निशानेबाज मैराज अहमद खान और अंगद वीर सिंह बाजवा उतरेंगे ।

सरनोबत ने हाल ही में आईएसएसएफ विश्व कप में स्वर्ण पदक जीता है । वहीं 18 वर्ष के पंवार अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छह स्वर्ण पदक जीत चुके हैं ।

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