तिनसुकिया (असम), आठ अगस्त असम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि सभी भारतीय पासपोर्ट धारकों को राज्य में निर्दिष्ट प्रवेश बिंदु के माध्यम से संकटग्रस्त बांग्लादेश से लौटने की अनुमति दी जाएगी, जबकि अन्य को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
यहां कानून और व्यवस्था पर समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि असम पुलिस और सीमा सुरक्षा बल गैर-भारतीयों के देश में अवैध रूप से प्रवेश के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा, “हमारी ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि हम किसी को भी असम में अवैध रूप से प्रवेश नहीं करने देंगे। असम और भारत के अन्य भागों के कई छात्र बांग्लादेश में पढ़ रहे हैं। पिछले महीने की अशांति के दौरान 78 छात्र वापस लौटे, जिनमें से 60 असम से और 18 भारत के विभिन्न भागों से थे।"
सिंह ने कहा कि इस बार भी निर्देश जारी किया गया है कि बांग्लादेश में सभी भारतीय पासपोर्ट धारकों को वापस लौटने की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने कहा, "हालांकि, किसी अन्य को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी और यदि कोई भी (अवैध रूप से) प्रवेश करने का प्रयास करेगा तो हम कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे।"
डीजीपी ने आगे कहा, "हम पिछले तीन दिनों से नियमित रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। वहां (बांग्लादेश) के घटनाक्रम के बाद हमने असम के सभी पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा की और उन्हें तदनुसार निर्देश दिए।"
उन्होंने कहा, "हमने बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के साथ भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा की जिसमें बीएसएफ के महानिदेशक, केंद्रीय गृह सचिव और अन्य अधिकारी मौजूद थे।"
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