देश की खबरें | भारतीय संविधान विश्वभर के लोकतंत्रों की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या : राजस्थान के राज्यपाल

जयपुर, 11 मार्च राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने भारतीय संविधान को विश्वभर के लोकतंत्रों की सर्वश्रेष्ठ व्याख्या बताते हुए सोमवार को कहा कि संविधान देश को शासित करने से जुड़ा विधान ग्रंथ ही नही है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति तथा उदात्त जीवन मूल्यों का प्रतिबिंब है।

मिश्र सोमवार को कोटा स्थित राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में निर्मित संविधान उद्यान के लोकार्पण कार्यक्रम को राजभवन से ऑनलाइन के जरिए संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में संविधान उद्यानों के निर्माण इसलिए करवाए गए हैं ताकि युवा पीढ़ी संविधान की हमारी संस्कृति के प्रति सजग रहें।

मिश्र ने कहा कि देश के भावी नागरिकों में बंधुता, स्वाभिमान और राष्ट्र की एकता से जुड़ा हमारा संविधान राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का भी संवाहक है।

उन्होंने संविधान की मूल प्रति पर उकेरे चित्रों का जिक्र करते हुए कहा कि इनके जरिए भारतीय इतिहास की विकास यात्रा के साथ सर्वधर्म समभाव की हमारी संस्कृति को हम जान और समझ सकते हैं।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में 65 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में बनाए गए संविधान उद्यान की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘ भारतीय संस्कृति से जुड़ा जो दर्शन है, हमारी जो उदात्त जीवन परम्पराएं हैं, संविधान उसे व्याख्यायित करता है।’’

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. सिंह ने बताया कि राजस्थान में तकनीकी विश्वविद्यालय में बनने वाला यह पहला संविधान उद्यान है और यहां 75 फुट ऊंचा संविधान स्तंभ भी बनाया गया है।

उद्यान के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए सिंह ने कहा कि इससे युवा पीढ़ी अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनेगी।

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