विदेश की खबरें | भारतीय मूल के अमेरिकी 10 लाख डॉलर से अधिक की चोरी को लेकर गिरफ्तार
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न्यूयार्क, पांच जनवरी न्यूयार्क में घायल श्रमिकों की चिकित्सकीय देखभाल करने वाले डॉक्टरों से 10 लाख डॉलर की चोरी करने के इरादे से चिकित्सा बिल देने वाले भारतीय मूल के 61 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। यहां अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने यह जानकारी दी।

न्यूयार्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने घोषणा की कि बुधवार को अमरीष पटेल और उनकी दो कंपनियों-- ‘मेडलिंक सर्विसेज’ और ‘मेडलिंक पार्टनर्स’ को जनवरी, 2012 से जनवरी, 2019 तक कथित रूप से चोरी करने का आरोपी ठहराया गया।

पटेल और उसकी कंपनियों पर बीमा धोखाधड़ी, बड़ी चोरी, धोखाधड़ी, कारोबारी रिकार्ड में जालसाजी तथा श्रमिकों की क्षतिपूर्ति में ठगी के आरोप लगे हैं।

न्यूयार्क के अटॉर्नी जनरल कार्यालय के मुताबिक 100,000 डॉलर का बांड भरने के बाद पटेल को इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के साथ रिहा किया गया।

ब्रुकलिन के आर्थोपेडिक सर्जरी प्रैक्टिस को बिल सेवा प्रदान करने वाले पटेल ने श्रमिक मुआवजा प्रतिपूर्ति से कम से कम 11 लाख डॉलर की चोरी करने के लिए न्यूयार्क स्टेट इंश्योरेंस फंड में फर्जी दावे जमा कराये।

न्यूयार्क स्टेट इंश्योरेंस फंड के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यपालिक अधिकारी गौरव वशिष्ठ ने कहा, ‘‘ श्रमिक की क्षतिपूर्ति व्यवस्था के साथ धोखाधड़ी विश्वास के लिए घातक है तथा मेडिकल आपूर्तिकर्ताओं, करियर्स, कारोबार एवं घायल श्रमिकों समेत पूरी व्यवस्था को चोट पहुंचाती है।’’

पटेल और उसकी कंपनियां 2011 से ब्रुकलिन के आर्थोपेडिक सर्जरी प्रैक्टिस के लिए बिलिंग सेवा संभाल रही हैं। पटेल और उसकी कंपनियां ‘न्यूयार्क स्टेट वर्कर्स कंपनसेशन लॉ’ के तहत काम के दौरान श्रमिकों के घायल हो जाने पर उनकी सर्जरी के वास्ते बिल देने के लिए जिम्मेदार थीं।

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