टूर्नामेंट में भारत को मुश्किल माने जा रहे पूल सी में रखा गया है। इस पूल में भारत और कनाडा के अलावा जर्मनी और बेल्जियम की टीमें हैं।
टूर्नामेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2013 में तीसरा स्थान रहा है। टीम 2022 में पिछले आयोजन में चौथे पायदान पर रही थी। भारत ने इस साल की शुरुआत में जापान के काकामिगाहारा में महिला जूनियर एशिया कप का खिताब अपने नाम किया था जिससे टीम का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ होगा।
भारत का लक्ष्य पहली बार जूनियर महिला विश्व कप का खिताब जीतना है।
भारतीय कप्तान प्रीति ने कहा, ‘‘ हम दृढ़ संकल्प और धैर्य के साथ टूर्नामेंट में उतर रहे हैं। हमारी टीम ने कड़ी तैयारी की है और हम इसे मैदान पर अपने प्रदर्शन में बदलने के लिए उत्सुक हैं। शुरुआती मैच में कनाडा के खिलाफ खेलना हमारे लिए अपने अभियान को सही तरीके से शुरू करने का मौका होगा।’’
भारतीय टीम इससे पहले कनाडा से तीन बार भिड़ी है और हर बार टीम ने जीत दर्ज की है।
कोच तुषार खांडकर ने कहा कि टीम टूर्नामेंट के लिए अच्छी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे खिलाड़ियों ने कड़ी ट्रेनिंग की है और आने वाली चुनौतियों के लिए मानसिक रूप से तैयार हैं। हम हर प्रतिद्वंद्वी का सम्मान करते हैं और कनाडा के खिलाफ मजबूत शुरुआत की उम्मीद कर रहे हैं।’’
प्रत्येक पूल की शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी।
कनाडा के बाद भारतीय टीम का सामना 30 नवंबर को जर्मनी से होगा और दो दिसंबर को टीम बेल्जियम के खिलाफ खेलेगी।
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल क्रमशः छह, आठ और 10 दिसंबर को होंगे।
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