उन्होंने कहा कि अमेरिका ने संकेत दिया है कि वह फिलहाल एक नए व्यापार समझौते के बारे में नहीं सोच रहा है।
गोयल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने भारत के साथ जल्दी समझौता करने में महत्वपूर्ण रुचि दिखाई है। निर्यातकों को अपनी रुचि के क्षेत्रों को मंत्रालय के साथ साझा करना चाहिए।
मुंबई में निर्यात संवर्धन परिषद के नेताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका ने अब तक इस तरह के संकेत दिए हैं कि वे नए व्यापार समझौतों के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम हालांकि बाजार पहुंच बढ़ाने के लिए उनके साथ काम करने पर विचार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह हमारे निर्यात क्षेत्र के लिए एक बड़ी राहत और एक बड़ा अवसर खोलने वाला भी होगा।’’
वही ब्रिटेन के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते को लेकर उन्होंने कहा कि प्रस्ताव अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है और दोनों देश बातचीत कर रहे हैं।
गोयल ने कहा, ‘‘हम उन क्षेत्रों में संबंधित मंत्रालयों के साथ काम कर रहे हैं, जहां हम समझौते को जल्दी तय कर सकते है। इसलिए हम 11,000 उत्पादों से संबंधित समझौता करने की कोशिश करने के बजाय, उनकी और हमारी जरुरत वाले क्षेत्र में काम कर सकते है।’’
इसके अलावा यूरोपीय संघ के साथ व्यापक व्यापार समझौते पर उन्होंने कहा, ‘‘चर्चा शुरू हो गई है। यूरोपीय संघ में 27 देश शामिल है। उनके साथ समझौता एक बहुत लंबी प्रक्रिया है और हम इसे गति देने के लिए बहुत मेहनत करेंगे।’’
केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि भारत 'उन गलतियों' को नहीं दोहराएगा जो पिछले मुक्त व्यापार संधि में की गई थीं।
गोयल ने इसके अलावा निर्यात जगत से वर्ष 2030 तक 2,000 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखने के लिए कहा है। जिसमें 1,000 अरब का वस्तु निर्यात और 1,000 अरब डालर का सेवा निर्यात शामिल होगा।
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