नयी दिल्ली, 24 जून भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अफगानिस्तान में सभी शांति पहलों का समर्थन करता है और इस क्षेत्र के देशों सहित विभिन्न पक्षकारों के सम्पर्क में है ।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने डिजिटल माध्यम से सप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि वह समझते हैं कि अफगानिस्तान को लेकर हमारे रूख को विभिन्न अवसरों पर व्यक्त किया जा चुका है।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत सभी शांति पहलों का समर्थन करता है और अफगानिस्तान के विकास एवं पुनर्निमाण को लेकर उसकी दीर्घकालीन प्रतिबद्धता है । ’’ बागची ने कहा, ‘‘ इस परिप्रेक्ष में हम क्षेत्र के देशों सहित विभिन्न पक्षकारों के सम्पर्क में है ।’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह प्रतिक्रिया तब दी जब उनसे पूछा गया कि ऐसी खबरें आ रही है कि भारत ने कतर में अफगानिस्तान शांति वार्ता के बीच तालिबान से संवाद किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अफगानिस्तान के संदर्भ में वह विदेश मंत्री एस जयशंकर के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दिये हाल के बयान की ओर ध्यान दिलाना चाहेंगे जो उस देश में हिंसा बढ़ने और भविष्य को लेकर हमारी दृष्टि को स्पष्ट करता है ।
गौरतलब है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा था कि अफगानिस्तान में स्थायी शांति के लिए सच्चे अर्थों में देश के भीतर और इसके आसपास ‘दोहरी शांति’ की आवश्यकता है। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चर्चा के दौरान कहा था कि हिंसा में तत्काल कमी और असैन्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये भारत अफगानिस्तान में स्थायी और व्यापक संघर्ष विराम चाहता है। उन्होंने कहा था, ‘‘अफगानिस्तान में स्थायी शांति के लिए सच्चे अर्थों में ‘दोहरी शांति’ यानी अफगानिस्तान के भीतर और इसके आसपास अमन की आवश्यकता है। इसके लिए उस देश के भीतर और आसपास सभी के हितों में सामंजस्य स्थापित करने की आवश्यकता है।’’
अफगानिस्तान में स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस की पिछले सप्ताह की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा था कि रिपोर्ट से स्पष्ट है कि अंतर-अफगान वार्ता के परिणामस्वरूप अफगानिस्तान में हिंसा में कमी नहीं आई है, बल्कि इसके विपरीत हिंसा केवल बढ़ी है।
इस बीच, एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा मानना है कि अफगानिस्तान के लोगों को अपने सहयोगी और उसके आकार के बारे में निर्णय करना है।
उन्होंने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान में बिजली, बांध, स्कूल, सामुदायिक परियोजनाएं आदि बनाने का काम किया है । बागची ने कहा, ‘‘ दुनिया जानती है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान में क्या लाया है। ’’
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