नयी दिल्ली, तीन जुलाई भारत ने एक घरेलू कंपनी की शिकायत के बाद चीन की ‘लिफ्ट गाइड रेल’ के आयात के संबंध में डंपिंग रोधी जांच शुरू कर दी है।
इस शुल्क का उद्देश्य घरेलू उद्योग को सस्ते आयात से बचाना है।
वाणिज्य मंत्रालय की जांच इकाई व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) चीन से ‘टी-आकार की लिफ्ट/लिफ्ट गाइड रेल और काउंटरवेट गाइड रेल’ की कथित डंपिंग की जांच कर रही है।
सवेरा इंडिया राइडिंग सिस्टम्स कंपनी ने चीन से इस उत्पाद के आयात पर डंपिंग रोधी जांच शुरू करने के लिए आवेदन किया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि कथित डंप किए गए आयातों के कारण घरेलू उद्योग को नुकसान हो रहा है तथा उसने डंपिंग रोधी शुल्क लगाने का अनुरोध किया है।
डीजीटीआर ने एक अधिसूचना में कहा, “घरेलू उद्योग द्वारा प्रस्तुत विधिवत प्रमाणित लिखित आवेदन तथा उत्पाद के डंपिंग के संबंध में उद्योग द्वारा पेश साक्ष्य के आधार पर प्राधिकारी डंपिंग रोधी जांच शुरू करते हैं।”
अगर यह साबित हो जाता है कि डंपिंग से घरेलू कंपनियों को नुकसान पहुंचा है, तो डीजीटीआर इन आयातों पर डंपिंग-रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश करेगा। शुल्क लगाने का अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय लेता है।
डंपिंग रोधी जांच विभिन्न देशों द्वारा यह पता लगाने के लिए की जाती है कि सस्ते आयात में वृद्धि के कारण घरेलू उद्योगों को नुकसान तो नहीं पहुंचा है।
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