कीव, तीन जुलाई रूस की सेनाएं यूक्रेन के पूर्वी लुहांस्क प्रांत में बचे आखिरी गढ़ पर कब्जा करने के लिए अपनी स्थिति मजबूत कर रही हैं। क्षेत्र के गवर्नर ने रविवार को यह जानकारी दी।
यूक्रेन के लड़ाके गत कई हफ्तों से लिसिचांस्क शहर को बचाने का प्रयास कर रहे हैं और अब रूस के मुकाबले उनकी स्थिति कमजोर हो रही है जबकि पड़ोसी सिविएरोडोनेत्स्क पर एक हफ्ते पहले ही रूस का कब्जा हो चुका है।
राष्ट्रपति के एक सलाहकार का पूर्वानुमान है कि जल्द ही शहर का भविष्य तय हो जाएगा।
लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदै ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप के जरिये कहा, ‘‘कब्जा करने वाले (रूस) ने अपनी सभी सेनाएं लिसिचांस्क शहर की ओर भेज दी हैं। वे शहर पर क्रूर हथकंडे के तहत हमला कर रही हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘रूस को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन वे बढ़त बनाए हुए हैं। उनकी शहर में मौजूदगी बढ़ रही है।’’
उल्लेखनीय है कि एक नदी लिसिचांस्क को सिविएरोडोनेत्स्क से अलग करती है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने देर रात शनिवार को ऑनलाइन साक्षात्कार में कहा कि रूसी सेनाएं पहली बार नदी पार कर उत्तर से दाखिल होने में सफल रही हैं जिससे ‘‘खतरनाक’’ स्थिति उत्पन्न हो गई है।
एरेस्टोविच ने कहा कि अभी वे (रूसी सैनिक) शहर के केंद्र तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन लिसिचांस्क की लड़ाई के रुख का फैसला सोमवार तक हो जाएगा।
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