आयकर विभाग ने सपा एमएलसी सहित उत्तर प्रदेश के अन्य इत्र व्यापारियों के ठिकानों पर छापा मारा

आयकर विभाग ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के इत्र व्यापारियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापा मारा जिनमें समाजवादी पार्टी (सपा) के कन्नौज से विधान पार्षद (एमएलसी) का परिसर भी शामिल हैं. आधिकारिक सूत्रों ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई कर चोरी की जांच के सिलसिले में की गई है.

इनकम टैक्स (Photo Credits: Pixabay)

नयी दिल्ली, 31 दिसंबर: आयकर विभाग ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के इत्र व्यापारियों से जुड़े कई ठिकानों पर छापा मारा जिनमें समाजवादी पार्टी (सपा) के कन्नौज से विधान पार्षद (एमएलसी) का परिसर भी शामिल हैं. आधिकारिक सूत्रों ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई कर चोरी की जांच के सिलसिले में की गई है. उन्होंने बताया कि कन्नौज, कानपुर, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, सूरत, मुंबई और कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी की जा रही है. करीब 30 से 40 परिसरों में यह कार्रवाई की गई है. सूत्रों ने बताया कि दक्षिण दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलेानी की आवासीय इमारत और मुंबई स्थित करीब एक दर्जन परिसरों में सुबह छापेमारी की कार्रवाई की गई और पुलिस इस दौरान सुरक्षा प्रदान कर रही है. समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट में दावा किया कि कन्नौज में उसके विधान पार्षद (एमएलसी) पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन के परिसरों पर छापेमारी की गई है. जैन कारोबारी है और इत्र उत्पादन और अन्य कारोबारा के व्यापार में भी शामिल हैं.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कन्नौज स्थित पार्टी मुख्यालय में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और छापेमारी और अन्य मुद्दों पर बात की. सपा ने अपने ट्विटर पोस्ट में कहा कि यादव द्वारा यहां संवाददाता सम्मेलन की घोषणा करने के बाद ही ‘भाजपा सरकार’ ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी, यह कार्रवाई ‘‘ भयभीत भाजपा द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग’’है. राज्य में अगले साल के शुरू में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जैन द्वारा तैयार ‘समाजवादी इत्र’ को अखिलेश यादव ने हाल में पेश किया था. अधिकारियों ने अबतक उन लोगों की पहचान उजागर नहीं की है जिनके ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. सूत्रों ने बताया कि कन्नौज के एक इत्र कारोबारी और कानपुर के अन्य व्यापारी के ठिकानों पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई. सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग ने माल और सेवा कर (जीएसटी) विभाग से इत्र व्यवसाय करने वाली इकाइयों और अन्य द्वारा कथित रूप से फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ का दावा करके संभावित आयकर चोरी के बारे में विवरण प्राप्त करने के बाद कार्रवाई शुरू की. यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के स्कूल में बच्चों को हिन्दू राष्ट्र बनाने का संकल्प दिलाया गया

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के तहत काम करने वाली जांच एजेंसी- माल एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने हाल में कानपुर और कन्नौज में शिखर पान मसाला, एक ट्रांसपोर्टर और अन्य के खिलाफ छापेमारी की थी. मामले में इत्र व्यापारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किया गया और 197 करोड़ रुपये से अधिक नकद धन राशि के अलावा 26 किलोग्राम सोना और भारी मात्रा में चंदन का तेल जब्त किया गया. आयकर विभाग केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के तहत कार्य करता है. पीयूष जैन और पुष्पराज जैन ने आवासीय परिसर कन्नौज में महज कुछ मीटर की दूरी पर है. उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग केंद्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड (सीबीडीटी) के अधीन काम करता है. डीजीजीआई के छापे और नकदी की बरामदगी को लेकर उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दलों के बीच वाकयुद्ध शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कानपुर में एक रैली के दौरान नकदी जब्ती को लेकर सपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि ‘‘2017 से पहले भ्रष्‍टाचार का जो इत्र उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश में छिड़क रखा था, वह फिर सबके सामने आ गया है.’

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