लखनऊ, 12 जुलाई उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोरोना वायरस से संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सप्ताह के अंतिम दो दिन यानी हर शनिवार और रविवार को लॉकडाउन का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण के दृष्टिगत अब सभी बाजार सोमवार से शुक्रवार तक खुलेंगे तथा शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी।
अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार रोकने के मकसद से सप्ताहांत में लॉकडाउन लागू किया जाएगा। यह आगामी सप्ताह शनिवार और रविवार से लागू होगा। अवस्थी ने बताया कि सप्ताहांत की बंदी वाले दिनों में बाजार और कार्यालय बंद रहेंगे, हालांकि बैंक खुले रहेंगे।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन प्रदेश के शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में लागू किया जाएगा।
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अवस्थी ने बताया कि यह सावधानी कोरोना वायरस के संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बरती जा रही है।
उन्होंने कहा कि शनिवार और रविवार को होने वाली बंदी से आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह मुक्त रखा जाएगा।
इस बीच राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि साप्ताहिक बंदी के दौरान सभी बाजारों की स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन के लिए विशेष कार्यक्रम चलेगा।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयां भी शनिवार व रविवार को अपने यहां सेनिटाइजेशन का कार्य करें।
अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार शाम दस बजे से सोमवार पांच बजे सुबह तक पूरे प्रदेश में कुछ गतिविधियों को प्रतिबंधित किया गया था। कार्यालय एवं बाजार बंद किये गये थे। इसके अच्छे परिणाम आये और मुख्यमंत्री ने रविवार को आदेश किया कि प्रदेश में पांच दिन बाजार सुबह नौ से रात नौ बजे तक खुले रहेंगे।
अवस्थी ने बताया कि शनिवार और रविवार को बाजार बंद रहेंगे,लेकिन आर्थिक गतिविधियां जारी रहेंगी। उद्योग चलते रहेंगे और बैंक खुले रहेंगे। सामाजिक गतिविधियां बहुत सीमित रहें, यही प्रयास करना है।
उधर योगी ने कहा कि सभी कोविड-19 अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। यह भी देखा जाए कि अस्पताल में 48 घंटे के लिए ऑक्सीजन का भंडार मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य जैसे एक्सप्रेस-वे, बांध, बाढ़ के दृष्टिगत तटबन्धों की मरम्मत के कार्य सामाजिक दूरी के साथ निरन्तर किए जाएं।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि वर्षा के कारण कहीं भी जल भराव की स्थिति न बने।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत इससे बचाव के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। लोगों को जागरूक किया जाए कि वे मास्क को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं तथा समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहें।
प्रवक्ता ने बताया कि इस अवसर पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अब तक 77 हजार राजस्व गांवों में स्वच्छता के विशेष अभियान के साथ ही फॉगिंग कराई जा चुकी है जबकि नौ हजार नगरीय निकायों के वार्डों में भी फॉगिंग कराई गई है।
यह भी अवगत कराया गया कि ग्राम प्रधानों से संवाद स्थापित कर विशेष सफाई अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया है।
प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोविड-19 से रोकथाम के लिए पूरे प्रदेश में घर-घर पहुंचकर सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। इससे जहां एक तरफ लोग कोरोना वायरस के सम्बन्ध में जागरूक हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इससे संक्रमित लोगों को उपचार भी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने जांच क्षमता को बढ़ाकर 50 हजार नमूनों की जांच प्रतिदिन करने के निर्देश दिए।
उन्होंने गोरखपुर के मंडलायुक्त को अपने मंडल के सभी जिलों में कोविड-19 से रोकथाम व संचारी रोगों के दृष्टिगत चलाए जा रहे अभियानों की प्रभावी निगरानी करने के निर्देश दिए।
योगी ने कहा कि बिना लक्षण वाले मरीजों को कोविड-19 के एल-1 अस्पतालों में भर्ती कराया जाए।
उन्होंने जनपद कानपुर नगर, देवरिया, कुशीनगर, बलिया व वाराणसी में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम व वार्ड स्तर पर पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराए गए हैं। इनका सदुपयोग कोरोना से निपटने में किया जाए।
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