मुंबई, 15 अक्टूबर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने मंगलवार को कहा कि अगर उनकी टीम को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतनी है तो उन्हें भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर लगाम कसने का तरीका ढूंढना होगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगी। भारत ने लगभग एक दशक से यह ट्रॉफी अपने पास सुरक्षित रखी है। इस बीच उसने दो बार ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराया।
कमिंस ने स्टार स्पोर्ट्स प्रेस रूम में कहा, ‘‘मैं बुमराह का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। मुझे लगता है कि वह एक शानदार गेंदबाज हैं। अगर हम उस पर लगाम कसने में सफल रहते हैं तो इससे हमें श्रृंखला जीतने में काफी मदद मिलेगी।’’
कमिंस ने कहा कि उनकी टीम रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे विश्व कप की जीत से प्रेरणा लेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनके खिलाफ जो पिछली दो श्रृंखलाएं खेली थी उन्हें काफी समय हो गया है। हम उससे उबर चुके हैं।’’
कमिंस ने कहा,‘‘मैं उनके (रोहित शर्मा) साथ (एक टीम में) कभी नहीं खेला इसलिए मैं उन्हें बहुत अच्छी तरह से नहीं जानता। लेकिन ऐसा लगता है कि वे (भारतीय टीम) काफी संगठित हैं और उनकी रणनीति सटीक है।’’
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा,‘‘सौभाग्य से हम पिछले कुछ वर्षों में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल और वनडे विश्व कप में जीत हासिल करने में सफल रहे हैं। हम इनसे प्रेरणा लेने की कोशिश करेंगे जैसे कि उनकी टीम यहां अपनी पिछली कुछ सफलताओं से प्रेरणा लेने की कोशिश करेगी।’’
कमिंस ने इसके साथ ही कहा कि भारतीय टीम में चेतेश्वर पुजारा की गैर मौजूदगी एक अलग तरह का अहसास होगा जिन्होंने एक छोर संभाले रखकर 2018-19 और 2020-21 में भारत की जीत की नींव रखी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘पुजारा के खिलाफ खेलना हमेशा शानदार रहा। वह उन बल्लेबाजों में शामिल हैं जिनका मकसद केवल क्रीज पर टिके रहना और जब तक संभव हो बल्लेबाजी करते रहना होता है। मैंने उनके साथ प्रतिस्पर्धा का आनंद लिया है। कभी वह सफल रहे थे तो कभी मैं। अब वह टीम में नहीं है तो यह एक अलग तरह का अनुभव होने वाला है।’’
कमिंस ने कहा,‘‘मैंने पिछले कुछ वर्षों में उनके खिलाफ काफी क्रिकेट खेली है और ईमानदारी से कहूं तो मैंने इसका भरपूर आनंद लिया। वह वास्तविक क्रिकेट था। वह लंबी पारियां खेल सकता है लेकिन आपको भी हमेशा यह लगता है कि आपके पास भी मौका है।’’
कमिंस पूछा गया कि क्या भारत और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिद्वंद्विता एशेज के समान हो गई है,उन्होंने कहा,‘‘हां मुझे ऐसा लगता है। भारत ने हमारे यहां कुछ श्रृंखलाएं जीती हैं। पिछले एक दशक में हमें इंग्लैंड के खिलाफ अधिक सफलता मिली है। मुझे लगता है कि ऐसा कहना बिल्कुल सही है।’’
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