कोलंबो, 8 अगस्त : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि स्पिन की अनुकूल परिस्थितियों का सामना करने की कोशिश करते समय उनके खिलाड़ी ‘लगातार पर्याप्त बहादुरी नहीं’ दिखा पाए और उन्होंने संकेत दिया कि अगर ऐसा हुआ तो वे विशिष्ट परिस्थितियों के लिए विशेष खिलाड़ियों को चुनने से पीछे नहीं हटेंगे. भारत ने तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला का पहला मैच टाई किया लेकिन अगले दो मैचों में भारतीय बल्लेबाजों श्रीलंका के स्पिन आक्रमण के सामने घुटने टेक दिए.
रोहित ने बिना किसी संकोच के कहा, ‘‘हमें यह सोचने की जरूरत है कि कौन से खिलाड़ी इस तरह की पिचों पर खेल सकते हैं, लेकिन आपको लगातार मौके देने की भी जरूरत है क्योंकि एक या दो मौकों पर अच्छा प्रदर्शन करना आसान नहीं है. यह एक खराब श्रृंखला रही और हमें इसे स्वीकार करना होगा.’’ बुधवार को तीसरे वनडे में 249 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 138 रन पर आउट होने के बाद कप्तान ने कहा, ‘‘हमें यह स्वीकार करना होगा कि हमने कहां गलतियां कीं. हम स्पिनरों के खिलाफ अधिक दृढ़ निश्चय और आक्रामकता नहीं दिखा सके और उन्होंने हम पर लगातार दबाव बनाया.’’ भारतीय टीम में जिस चीज की कमी थी, वह थी खिलाड़ियों की व्यक्तिगत योजनाएं. यह भी पढ़ें : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि स्पिन की अनुकूल परिस्थितियों का सामना करने की कोशिश करते समय उनके खिलाड़ी ‘लगातार पर्याप्त बहादुरी नहीं’ दिखा पाए और उन्होंने संकेत दिया कि अगर ऐसा हुआ तो वे विशिष्ट परिस्थितियों के लिए विशेष खिलाड़ियों को चुनने से पीछे नहीं हटेंगे.
रोहित ने कहा, ‘‘यह व्यक्तिगत योजनाओं के बारे में है. हमारे सामने पहले भी ऐसी समस्याएं आई हैं, जब गेंद थोड़ी घूम रही थी. मैं देख सकता हूं कि खिलाड़ी नेट्स में कड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं और वे अलग-अलग शॉट खेलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमें यह जानना होगा कि लय कैसे बनाए रखें. हम तीन बार विफल रहे. हमें वह पहला मैच जीतना चाहिए था जो टाई रहा.’’