रंगारेड्डी(तेलंगाना), 31 अक्टूबर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी सत्ता में आई तो ‘संस्थाओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)’ से मुक्त कराया जाएगा और उनकी स्वतंत्रता बरकरार रखी जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक होना और तानाशाही नहीं चलाना ‘कांग्रेस का डीएनए’ है, लेकिन दूसरे दलों से कब पूछा जाएगा कि वे अपने यहां चुनाव क्यों नहीं कराते।
राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘संवैधानिक ढांचे को नष्ट किया गया है। संस्थाओं पर सुनियोजित ढंग से हमला किया गया है...मीडिया पर हमला किया गया है। सिर्फ मीडिया ही नहीं, न्यायपालिका, नौकरशाही पर हमला हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कांग्रेस सत्ता में आती है कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ये संस्था आरएसएस से मुक्त हों और इनमें स्वतंत्रता बनी रहे... हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि माहौल निष्पक्ष रहे और धन सिर्फ दो-तीन लोगों के हाथ में नहीं रहे।’’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘सत्ता बड़े पैमाने पर एक स्थान पर केंद्रित हो रही है। केंद्र में मोदी सरकार और तेलंगाना में टीआरएस सरकार सांठगांठ वाली राजनीति कर रहे हैं।’’
उनका यह भी कहना था कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का विचार यह है कि ‘नफरत और आक्रोश के खिलाफ लड़ना है जो भाजपा पूरे देश में फैला रही है। यह नफरत और आक्रोश देश को कमजोर कर रहे हैं।’
राहुल गांधी ने ओबीसी जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक किए जाने की भी मांग की।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी लोकतांत्रिक है। हमारे यहां तानाशाही नहीं चलती। चुनाव हुआ और नया अध्यक्ष चुना गया। यह हमारा डीएनए है कि हम तानाशाही नहीं चलाते। हम मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे।’’
कांग्रेस अध्यक्ष पद के हालिया चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘हमने यह चुनाव कराया। आरएसएस और भाजपा तथा टीआरएस कब चुनाव कराएंगे? मीडिया कांग्रेस से पूछता है, लेकिन दूसरे दलों से नहीं पूछा जाता है।’’
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