सिडनी, 8 जनवरी : आस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज सैम कोंस्टास ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान जसप्रीत बुमराह से हुई झड़प पर खेद जताते हुए स्वीकार किया है कि वह समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन आखिर में बुमराह को सफलता मिली. कोंस्टास ने आखिरी दो टेस्ट में अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी लेकिन बुमराह और विराट कोहली से उलझने के कारण भी चर्चा में रहे . ऐसी एक घटना पांचवें टेस्ट के पहले दिन हुई जब कोंस्टास और बुमराह के बीच तीखी बहस हो गई . कोंस्टास ने कोड स्पोटर्स से कहा ,‘‘ मुझे प्रतिस्पर्धा करना पसंद है और मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं .’’
दिन का खेल जब खत्म होने को था तब बुमराह एक और ओवर फेंकना चाहते थे लेकिन आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने विरोध किया जो समय खपाने की कोशिश में थे . इस कारण से बुमराह और कोंस्टास के बीच बहस हो गई . दो गेंद बाद बुमराह ने आखिरी गेंद पर उस्मान ख्वाजा का विकेट लिया . इसके बाद उन्होंने कोंस्टास की ओर बढकर उसे घूरकर देखा . कोंस्टास ने उस घटना के बारे में लगा ,‘‘ मुझे लगता है कि यह मेरे लिये सबक था . मैं थोड़ा समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहा था ताकि वे एक और ओवर नहीं फेंक सके लेकिन बुमराह को आखिर में कामयाबी मिली .’’ उन्होंने कहा ,‘‘ वह बेहतरीन गेंदबाज है और श्रृंखला में 32 विकेट लिये . अगर ऐसी कोई घटना फिर होती है तो शायद में कुछ नहीं कहूंगा .’’ यह भी पढ़ें : Champions Trophy Team: क्या राहुल और शमी को मौका मिलेगा, अक्षर और जडेजा में से कौन ?
कोंस्टास और कोहली के बीच भी श्रृंखला के दौरान बहस हुई . कोंस्टास ने बाद में कहा कि उस घटना के बाद भी वह अपने बचपन के हीरो कोहली से मिलने गए . उन्होंने कहा ,‘‘ मैने मैच के बाद उनसे बात की और कहा कि वह मेरे आदर्श हैं और उनके खिलाफ खेलना सम्मान की बात है . जब वह क्रीज पर थे तो मैं सोच रहा था कि वाह, विराट कोहली बल्लेबाजी कर रहे हैं . उनका व्यक्तित्च ही ऐसा है . सारे भारतीय समर्थक उनका नाम पुकारते हैं . यह सपने जैसा था .’’ कोंस्टास ने कहा ,‘‘वह काफी विनम्र हैं . बहुत ही प्यारे इंसान और उन्होंने मुझे भविष्य के लिये शुभकामना भी दी . मेरा पूरा परिवार विराट से प्यार करता है . मैं बचपन से उन्हें आदर्श मानता आया हूं और वह लीजैंड है .’’