खरसावां (झारखंड), आठ नवंबर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन पर वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठ को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि अगर इसे रोका नहीं गया तो 20 साल में झारखंड में हिंदुओं और आदिवासियों के लिए कोई जगह नहीं होगी।
झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव सह-प्रभारी शर्मा ने सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां में एक रैली के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जहां हिंदू और आदिवासी आबादी तेजी से घट रही है, वहीं मुस्लिम आबादी बढ़ रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बांग्लादेश से मौजूदा गति से घुसपैठ जारी रही तो 20 साल बाद झारखंड में आदिवासियों और हिंदुओं के लिए कोई जगह नहीं होगी।’’
शर्मा ने दावा किया कि संथाल परगना में हिंदुओं और आदिवासियों की कुल आबादी 90 फीसदी थी और अकेले आदिवासियों की संख्या 44 फीसदी थी, लेकिन वर्ष 2011 तक दोनों समुदायों की कुल आबादी इस क्षेत्र में घटकर 67 फीसदी रह गई और आदिवासियों की आबादी घटकर 28 फीसदी रह गई।
उन्होंने दावा किया कि समान अवधि के दौरान मुस्लिम आबादी 10 फीसदी से बढ़कर 22 फीसदी पर पहुंच गई।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव झामुमो नीत गठबंधन की तानाशाही और प्रधानमंत्री मोदी के विकास मॉडल के बीच किसी एक का चयन करने के लिए है।
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