जोधपुर(राजस्थान),17 अप्रैल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई के प्रमुख सी पी जोशी ने सोमवार को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस से यदि कोई मुख्यमंत्री पद की चाह रखता है, तो उसे ‘निकम्मा’ करार दिया जाता है और पार्टी उसे दरकिनार कर देती है।
उन्होंने कांग्रेस नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की ओर इशारा करते हुए यह कहा।
जोशी राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ भाजपा के जन आक्रोश महाघेराव में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर पहुंचे हैं।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव इस साल के आखिर में होने हैं।
भाजपा में मुख्यमंत्री पद के कई उम्मीदवार होने के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री पद के लिए यदि हमारे पास कई सारे दावेदार हैं, तो इसमें गलत क्या है? हमारे पास जनाधार वाले और लोकप्रिय नेता हैं तथा हम इससे खुश हैं।’’
जोशी ने दोनों दलों की तुलना करते हुए कहा, ‘‘यदि वहां (कांग्रेस में) कोई दावेदार बनता है, तो उसे नकारा, निकम्मा करार दिया जाता है और दरकिनार कर दिया जाता है।’’
उल्लेखनीय है कि गहलोत और पायलट के बीच राजनीतिक रस्साकशी 2018 में शुरू हुई थी, जब राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद दोनों नेता मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। लेकिन पार्टी आलाकमान ने इस शीर्ष पद के लिए तीसरी बार गहलोत को चुना था।
गहलोत ने पायलट को ‘निकम्मा, नकारा और गद्दार’ कहा था, जिन्होंने 2020 में पार्टी के खिलाफ बगावत की थी और सरकार गिराने की कोशिश की थी।
अपनी यात्रा के दौरान जोशी ने जोधपुर संभाग के छह जिलों में सभी 33 सीट पर पार्टी की चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए डिविजन स्तर की एक बैठक की।
प्रदेश भाजपा प्रमुख ने संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर लगातार प्रहार करने को लेकर गहलोत की आलोचना की।
जोशी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को इस मामले में एक पक्ष नहीं बनना चाहिए। विषय की जांच चल रही है।’’
राजस्थान उच्च न्यायालय ने मामले में शेखावत को अंतरिम राहत दी है और उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)