नयी दिल्ली, 26 फरवरी भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2023 से 2031 के बीच अगले आठ साल के चक्र के दौरान वैश्विक टूर्नामेंट की मेजबानी के लिये आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) की बोली आमंत्रित करने (दिलचस्पी दिखाना) की नीति पर अपना विरोध व्यक्त किया है।
आईसीसी की गुरूवार को हुई बोर्ड बैठक के दौरान बीसीसीआई ने स्पष्ट किया कि वे वैश्विक संस्था के बोली आमंत्रित करने (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) और किसी संभावित मेजबान देश से धनराशि की मांग करने के विचार के पूरी तरह से खिलाफ हैं।
इसकी जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘‘बीसीसीआई अधिकारियों ने कल की बोर्ड बैठक के दौरान अगले चक्र के लिये बोली आमंत्रित करने के विचार के बारे में अपनी अनिच्छा स्पष्ट कर दी है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘बल्कि, हमें पूरा भरोसा है कि हमें इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) और क्रिकेट आस्ट्रेलिया से भी अच्छा सहयोग मिलेगा। ’’
बोली आमंत्रित करने के इस विचार को आईसीसी मुख्य कार्यकारी मनु साहनी का भी समर्थन प्राप्त है जिनके पास इसके लिये पाकिस्तान और श्रीलंका के बोर्ड का सहयोग है।
सूत्र ने कहा, ‘‘यहां तक कि कुछ छोटे बोर्ड जैसे ओमान और एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के साथ मलेशिया और सिंगापुर उन बोर्ड में शामिल हैं जिन्होंने वैश्विक टूर्नामेंट की मेजबानी के लिये संयुक्त बोली में दिलचस्पी सौंपी है। ’’
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