नयी दिल्ली, 29 दिसंबर भारतीय क्रिकेटर्स संघ के अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने खिलाड़ियों की संस्था के संचालन के लिए अतिरिक्त तीन करोड़ रुपये जारी करने के भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के फैसले पर संतोष जताया और उम्मीद जताई कि उनकी लंबित मांगें भी धीरे-धीरे पूरी होंगी।
मांगें पूरी नहीं करने के लिए अतीत में बीसीसीआई की आलोचना कर चुके मल्होत्रा को खुशी है कि पूर्व खिलाड़ियों के चिकित्सा बीमा की राशि पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने की उनकी कम से कम एक मांग तो मान ली गई।
मल्होत्रा ने पीटीआई से कहा, ‘‘हमारी मांगों को पूरी करने के लिए हम बीसीसीआई और सचिव जय शाह के आभारी हैं। हमने शुरुआत में पांच करोड़ रुपये मांगे थे लेकिन दो करोड़ रुपये मिले थे। अब बाकी राशि जारी की जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चिकित्सा बीमा दोगुना कर दिया गया है जिसकी हमने मांग की थी। मुझे यकीन है कि हमारी अन्य मांगे भी पूरी की जाएंगी। मुझे बताया गया है कि खिलाड़ियों की पेंशन में इजाफे पर गौर करने के लिए भी समिति का गठन किया गया है।’’
अब तक जो मांगें पूरी नहीं हुई हैं उसमें 25 से कम प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले पूर्व खिलाड़ियों को पेंशन, पूर्व क्रिकेटरों की विधवाओं को पेंशन और मनोज प्रभाकर के लिए कोष शामिल है जिन पर मैच फिक्सिंग के आरोपों में लगा बीसीसीआई का प्रतिबंध 2005 में खत्म हो गया।
मल्होत्रा ने कहा, ‘‘अगर बीसीसीआई हमें प्रत्येक वर्ष एक करोड़ रुपये देता है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। इस साल कोविड-19 महामारी से जूझने वाले पूर्व खिलाड़ियों के लिए 70 लाख रुपये से अधिक जुटाकर हमने दिखा दिया है कि हम अन्य स्रोतों से पैसा जुटा सकते हैं।’’
सुधीर
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