बेंगलुरु, 26 जून : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने पर बधाई देते हुए कहा कि हाल ही में उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में एक प्रस्ताव पेश कर उनसे यह भूमिका निभाने का आग्रह किया था. कांग्रेस अध्यक्ष एम. मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर कल रात इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के नेताओं की बैठक के तुरंत बाद राहुल गांधी के विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्ति की घोषणा की गई.
सिद्धरमैया ने कहा, "कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में मैंने प्रस्ताव पेश करते हुए यह सुझाव दिया था और प्रस्ताव पेश किया था कि राहुल गांधी को विपक्ष के नेता का पद स्वीकार कर लेना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सामना करने के लिए मैंने आग्रह किया था कि आपको (राहुल गांधी) विपक्ष का नेता बनना चाहिए और कार्यसमिति और अन्य लोगों ने भी ऐसा ही कहा था. राहुल गांधी द्वारा यह जिम्मेदारी स्वीकार करना देश के हित में अच्छा है." मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं उन्हें यह जिम्मेदारी संभालने के लिए तहे दिल से बधाई देता हूं." उप मुख्यमंत्री और कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा कि यह लोगों की इच्छा और पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग थी कि राहुल गांधी इस जिम्मेदारी को स्वीकार करें. यह भी पढ़ें : मैंने सुझाव दिया था कि राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता होना चाहिए: सिद्धरमैया
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी और 'इंडिया' गठबंधन मजबूत होगा. शिवकुमार ने आगे कहा, "विपक्षी गठबंधन (इंडिया) और देश के लोगों की ओर से मैं राहुल गांधी को हमारी मांग स्वीकार करने के लिए बधाई देना चाहता हूं. यह उनकी इच्छा नहीं है, यह देश की जनता की इच्छा है. उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है. मैं सोनिया गांधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को यह साहसिक निर्णय लेने और उन पर (राहुल पर) यह जिम्मेदारी स्वीकार करने के लिए जोर देने के लिए बधाई देना चाहता हूं."