बेंगलुरू, 17 अक्टूबर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन टीम को 46 रन के न्यूनतम स्कोर पर सिमटते देखकर वह ‘दुखी’ हैं ।
बारिश के कारण पहले दिन का खेल रद्द होने के बाद दूसरे दिन रोहित ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया । भारत की पारी 31 . 2 ओवर में सिमट गई और पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके ।
रोहित ने दूसरे दिन के खेल के बाद प्रेस कांफ्रेंस में टीम के इस न्यूनतम स्कोर की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा ,‘‘बतौर कप्तान 46 रन का स्कोर देखकर दुखी हूं क्योंकि पहले बल्लेबाजी का फैसला मेरा था । लेकिन साल में एक या दो खराब फैसले चलते हैं ।’’
इससे पहले भारत में टीम का न्यूनतम टेस्ट स्कोर 75 रन था जो 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में बनाया था ।
रोहित ने स्वीकार किया कि उनकी टीम न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की चुनौती का सामना नहीं कर पाई।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामने जो चुनौती थी, उसका हम अच्छी तरह से जवाब नहीं दे पाए। कई बार आप सही फैसला करते हैं, कई बार नहीं। इस बार मैं सही तरफ नहीं था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज का दिन हमारे लिए खराब रहा। लेकिन हमने पहले भी इस तरह के कई मैच खेले हैं। लेकिन हमें जितना हो सके खुद को चुनौती देनी चाहिए।’’
टॉस से पहले आसमान पर बादलों के बावजूद भी उन्होंने बल्लेबाजी करने का फैसला क्यों किया, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘हमें लगा कि पिच पर घास नहीं है। हमने सोचा कि पहले कुछ सत्र में यह अपना काम कर लेगी और फिर टर्न लेगी।’’
रोहित ने कहा, ‘‘जब भी हम भारत में खेलते हैं तो पहला सत्र हमेशा महत्वपूर्ण होता है और फिर विकेट ठीक होने लगता है जिसके बाद स्पिनर खेलने लगते हैं। ’’
बादलों के बावजूद रोहित ने तेज गेंदबाज आकाशदीप की जगह बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को शामिल करने के पीछे के तर्क पर कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा कि पिच पर ज्यादा घास नहीं थी। इसलिए कुलदीप को शामिल करने का कारण यह था कि उसने सपाट पिचों पर विकेट लिए हैं। इसलिए हमें उम्मीद थी कि पिच थोड़ी सपाट होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ’’
भारत के लिए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले शुभमन गिल को इस मैच में गर्दन में अकड़न के कारण बाहर बैठना पड़ा इसलिए विराट कोहली आठ साल बाद इस स्थान पर बल्लेबाजी करने उतरे।
रोहित ने कहा कि इस क्रम पर बल्लेबाजी करने का फैसला कोहली का था। उन्होंने कहा, ‘‘अनुभवी खिलाड़ियों को ही अतिरिक्त जिम्मेदारी लेनी होती है। यह एक अच्छा संकेत है। इस बार विराट ने ऐसा किया। वह ऐसा करने के लिए तैयार थे। हमने उनसे पूछा कि क्या वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम सरफराज को इस स्थान पर खिलाना चाहते थे। वह आमतौर पर चौथे, पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी करता है। लेकिन हम ऋषभ और केएल (राहुल) को बदलना नहीं चाहते थे। इसलिए, सरफराज चौथे नंबर पर और विराट तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। ’’
रोहित ने पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने वाले हेनरी और ओ राउरकी की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘वे घर पर इस तरह की परिस्थितियों में खेलते हैं। वे जानते हैं कि जब परिस्थितियां ऐसी हों तो क्या करना है। उनके गेंदबाजों ने हमारे बल्लेबाजों को चुनौती दी। ’’
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