तूफान ‘इडा’ के चलते समूचे न्यू ओर्लियंस में बिजली गुल हो गई जिससे लोगों को एक बहुत ही दुखद रात का सामना करना पड़ा। सूर्योदय होने से थोड़ी देर पहले मौसम में थोड़ा सुधार हुआ और लोग आसपास हुए नुकसान का जायजा लेते नजर आए। तूफान के चलते जगह-जगह बिजली के खंभे गिर गए, घरों की छतें उड़ गईं और पेड़ टूट गए।
अमेरिका के नेशनल हरिकेन सेंटर ने कहा कि लुइसियाना के दक्षिण-पूर्वी तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तूफान का व्यापक असर हुआ है, जहां नदियां उफान पर हैं।
यह तूफान ठीक उसी तारीख को टकराया जब 16 साल पहले तूफान ‘कैटरीना’ ने लुइसियाना और मिसीसिपी में तबाही मचाई थी।
सोलह साल पहले 29 अगस्त 2005 को आए तूफान ‘कैटरीना’ ने मिसीसिपी और लुइसियाना के तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई थी। श्रेणी तीन के तूफान ‘कैटरीना’ की वजह से 1,800 लोगों की मौत हुई थी और यह न्यू ओर्लियंस में भयावह बाढ़ का कारण बना था, जिससे उबरने में वर्षों लग गए थे।
‘इडा’ रविवार को श्रेणी चार के भीषण तूफान में तब्दील होकर तट से टकराया था और 16 घंटे बाद यह फिर से उष्णकटिबंधीय चक्रवात में तब्दील हो गया।
इसके चलते न्यू ओर्लिंयंस में बिजली गुल होने के साथ ही विभिन्न सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने राहतकर्मियों से कहा कि वे उन्हें मुसीबत से बचाएं। इसके लिए उन्होंने अपने घरों के पते भी दिए। अधिकारियों ने जवाब में सूर्योदय होने और मौसम ठीक होते ही व्यापक राहत अभियान चलाने का वादा किया।
तूफान सोमवार को मिसीसिपी की तरफ बढ़ गया और कमजोर होकर पुन: उष्कटिबंधीय तूफान में तब्दील हो गया।
लुइसियाना के गवर्नर जॉन बेल एडवर्ड्स ने कहा कि स्थितियां प्रतिकूल होने के चलते राहत अभियान अभी तत्काल काम नहीं कर पाएगा और उनके राज्य को तूफान के प्रभाव से उबरने में कई सप्ताह लगेंगे।
पावर आउटेजेज डॉट यूएस के अनुसार लुइसियाना में लगभग 10 लाख लोग बिजली गुल होने से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं और मिसीसिपी में भी लगभग 80,000 लोगों को इसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, ‘एसेंशन पैरिश शेरिफ कार्यालय’ ने फेसबुक पर बताया कि तूफान के चलते प्रेयरीविले में एक घर पर पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
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