कोलंबो, दो जून श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार इस साल पुनर्भुगतान के लिए पांच अरब डॉलर और साथ ही देश के मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए एक अरब अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य रख रही है।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ प्रोत्साहन पैकेज (बेलआउट) के लिए चल रही बातचीत इस महीने के अंत तक पूरी हो सकती है।
वर्ष 1945 में ब्रिटेन से आजादी के बाद से सबसे गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका ने 18 अप्रैल को आईएमएफ के साथ बातचीत शुरू की थी।
संयुक्त व्यापार मंडलों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए विक्रमसिंघे ने कहा कि वित्तीय और कानूनी सलाहकारों की नियुक्ति के बाद ऋण पुनर्गठन शुरू हो गया है। यह आईएमएफ कार्यक्रम के लिए एक शर्त थी।
उन्होंने कहा कि ‘बेलआउट’ के लिए आईएमएफ के साथ चल रही बातचीत इस महीने के अंत तक समाप्त हो सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार इस साल पुनर्भुगतान के लिए पांच अरब डॉलर और साथ ही देश के मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए एक अरब अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य रख रही है।
विक्रमसिंघे ने कहा कि कई दाता देशों के साथ बातचीत जारी है और जापान के साथ संबंधों को सुधारने और उनका विश्वास हासिल करने में कुछ समय लगेगा।
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