आशा है विपक्ष को बोलने का मौका देकर संविधान रक्षा का कर्तव्य निभाएंगे बिरला: राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सदन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह विपक्ष को बोलने का मौका देकर संविधान की रक्षा का अपना दायित्व निभाएंगे.
नयी दिल्ली, 26 जून : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सदन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई दी और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह विपक्ष को बोलने का मौका देकर संविधान की रक्षा का अपना दायित्व निभाएंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद ओम बिरला को बुधवार को ध्वनिमत से लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया. वह दूसरी बार इस उत्तरदायित्व को संभाल रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं आपके दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने पर आपको बधाई देना चाहता हूं. मैं पूरे विपक्ष की ओर से, ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से आपको बधाई देना चाहता हूं.’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अध्यक्ष महोदय, यह सदन भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज के संरक्षक हैं. निस्संदेह, सरकार के पास राजनीतिक शक्ति है लेकिन विपक्ष भी भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है.’’ उनका कहना था कि विपक्ष सदन चलाने में पूरा सहयोग करेगा, लेकिन यह भी जरूरी है कि विपक्ष को सदन के अंदर लोगों की आवाज उठाने का मौका मिले. उन्होंने कहा, ‘‘सहयोग विश्वास के आधार पर होना चाहिए और विपक्ष की आवाज को सदन में उठाए जाने की अनुमति दी जानी चाहिए. सवाल यह नहीं है कि सदन कितनी कुशलता से चल रहा है, सवाल यह है कि सदन में भारत की कितनी आवाज सुनी जा रही है. इसलिए यह विचार कि आप विपक्ष की आवाज को बंद करके सदन को कुशलतापूर्वक चला सकते हैं, गैर-लोकतांत्रिक है.’’ यह भी पढ़ें : Shravan Kumar On Om Birla: बिहार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा, सभी को साथ लेकर चलेंगे ओम बिरला
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने हालिया लोकसभा चुनाव के नतीजों का हवाला देते हुए कहा कि इस चुनाव से पता चला है कि भारत के लोग विपक्ष से देश के संविधान की रक्षा की उम्मीद करते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आशा है कि हमें अपनी आवाज उठाने, भारत के लोगों की आवाज उठाने का मौका मिलेगा.’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि बिरला विपक्ष को आवाज उठाने का मौका देकर संविधान रक्षा का अपना दायित्व निभाएंगे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अध्यक्ष महोदय, यह विचार गैर-लोकतांत्रिक है कि आप विपक्ष की आवाज को चुप कराकर सदन को कुशलतापूर्वक चला सकते हैं. इस चुनाव ने दिखाया है कि भारत के लोग विपक्ष से संविधान की रक्षा की उम्मीद करते हैं. हमें विश्वास है कि विपक्ष को बोलने की अनुमति देकर, हमें भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति देकर, आप भारत के संविधान की रक्षा करने का अपना कर्तव्य निभाएंगे. ’’