जम्मू, 20 मई भाजपा के एक वरिष्ठ नेता और उनके भाई की हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों द्वारा हत्या किए जाने के मामले की जांच में कामयाबी हासिल करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक आरोपी को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गिरफ्तार कर लिया।
एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने बुधवार को एक बयान में कहा कि रुस्तम अली (56) को विशिष्ट सूचना पर किश्तवाड़ शहर के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि जम्मू में एक विशेष एनआईए अदालत ने आरोपी को सात दिनों के लिए एजेंसी की हिरासत में भेज दिया है।
प्रवक्ता ने कहा, "अली एक नवंबर, 2018 को किश्तवाड़ में हिजबुल आतंकवादियों द्वारा भाजपा के राज्य सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजीत परिहार की हत्या से संबंधित मामले में आरोपी है। वह किश्तवाड़ के एक अन्य आतंकी मामले में भी आरोपी है जो पिछले साल नवंबर में एक वकील के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) की सरकारी राइफल छीने जाने से संबंधित है।’’
उन्होंने कहा कि परिहार बंधुओं की हत्या का मामला एनआईए ने 28 नवंबर 2018 को दर्ज किया था और जम्मू में विशेष अदालत में 15 मई 2019 को सात आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था। उनमें से तीन आतंकवादी- ओसामा बिन जाविद, हारून अब्बास वानी और जाहिद हुसैन शामिल थे। बाद में वे मारे गए।
अली के अलावा, आरोपपत्र में शामिल अन्य तीन आरोपियों - निसार अहमद शेख, निषाद अहमद बट और आज़ाद हुसैन - को पहले गिरफ्तार कर लिया गया था।
प्रवक्ता ने कहा कि दोनों मामलों में जांच से इन आतंकवादियों और हिजबुल मुजाहिदीन के सदस्यों की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ जो चिनाब घाटी के क्षेत्र में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहे थे। इस क्षेत्र में डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिले शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आरोपी लंबे समय से फरार था और जांच में पता चला कि उसने निशाद अहमद बट के घर में ठिकाना बना रखा था।
इन दो मामलों के अलावा एनआईए पिछले साल अप्रैल में किश्तवाड़ अस्पताल में आरएसएस के एक अधिकारी और उनके सुरक्षाकर्मी की हत्या के मामले की भी जांच कर रही है। इसके अलावा, हथियार छीने जाने की भी एक घटना की जांच चल रही है।
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