देश की खबरें | हिमंत ने इजराइल-हमास संघर्ष पर कांग्रेस के रुख की आलोचना की

गुवाहाटी/नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इजराइल और हमास से जुड़े युद्ध के बीच कांग्रेस के प्रस्ताव की तुलना बुधवार को पाकिस्तान और तालिबान से की और आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की राजनीति के लिए देश के हित का बलिदान करना उसके डीएनए में है।

शर्मा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कांग्रेस के प्रस्ताव में पाकिस्तान और तालिबान के बयानों से काफी समानताएं हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस, पाकिस्तान और तालिबान हमास की ‘‘निंदा’’ नहीं करते’’, इजराइल पर आतंकवादी हमले की ‘‘निंदा नहीं करते’’ और बंधक महिलाओं और बच्चों के संबंध में ‘‘चुप’’ हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति के लिए देशहित की बलि चढ़ाना कांग्रेस के डीएनए में है।’’

‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के साथ, उन्होंने कांग्रेस के बयान का एक खंड और पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान के दो कथित समाचार क्लिप के स्क्रीनशॉट अपलोड किये।

कांग्रेस ने इजराइल और हमास के बीच संघर्ष में आम नागरिकों के मारे जाने पर दुख जताते हुए सोमवार को कहा था कि वर्तमान संघर्ष को जन्म देने वाले अपरिहार्य मुद्दों सहित सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत शुरू करने की जरूरत है।

कांग्रेस की कार्य समिति ने बैठक में पारित प्रस्ताव में तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया था और कहा था कि वह फलस्तीनी लोगों के जमीन, स्वशासन और आत्म-सम्मान के साथ जीने के अधिकारों के लिए अपने दीर्घकालिक समर्थन को दोहराती है।

कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा फलस्तीनी लोगों के भूमि, स्वशासन और सम्मान के साथ जीने के अधिकारों का समर्थन करने की बात कहे जाने के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्य विपक्षी दल पर आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने का आरेाप लगाया था।

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के जरिए सवाल किया था कि कांग्रेस ‘‘हिंसा के साथ जब खुले तौर पर खड़ी है’’ तो वह देश और इसके नागरिकों की रक्षा कैसे करेगी।

उन्होंने कहा था, ‘‘कांग्रेस आतंकवादी संगठनों और आतंकवाद का समर्थन कर रही है, जबकि निर्दोष आम नागरिक गोलीबारी में अपनी जान गंवा रहे हैं।’’

इजराइल ने गाजा पर शासन करने वाले इस्लामिक चरमपंथी समूह हमास के खिलाफ एक अभूतपूर्व हमले का संकल्प लिया है, क्योंकि उसके लड़ाकों ने सात अक्टूबर को सीमा बाड़बंदी तोड़कर देश के दक्षिण में घुसकर भीषण हमले किए थे।

इजराइल की सेना ने कहा है कि इजराइल में 155 सैनिकों सहित 1,200 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि गाजा में अधिकारियों के अनुसार, 260 बच्चों और 230 महिलाओं सहित 950 लोग मारे गए हैं।

इजराइल की सेना ने कहा है कि इजराइल में 155 सैनिकों सहित 1,200 से अधिक लोग मारे गये हैं जबकि गाजा में अधिकारियों के अनुसार 260 बच्चों और 230 महिलाओं सहित 950 लोग मारे गये हैं।

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