भारत के कई हिस्सों में भारी वर्षा, उत्तराखंड में तीन की मौत, केरल में दस बांधों के लिए रेड अलर्ट
भारी बारिश | प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गयी. इस बीच, केरल (Kerala) में भारी वर्षा (Heavy Rain) के कारण दस बांधों को लेकर रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली (Delhi) में 1960 के बाद पहली बार इस साल अक्टूबर के महीने में सबसे अधिक वर्षा हुई. शहर में 93.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी है. राजस्थान (Rajasthan), पश्चिम बंगाल (West Bengal), तमिलनाडु (Tamil Nadu), पुडुचेरी (Puducherry), हरियाणा (Haryana), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) एवं तेलंगाना (Telangana) के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई. Uttarakhand Rains: अमित शाह ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर की बात, हर संभव मदद का दिया आश्वासन

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारी बारिश एवं खराब मौसम के कारण खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को निर्धारित अपनी चुनावी सभाओं को स्थगित कर दिया जबकि उत्तर प्रदेश के बुधाणा में समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव की रैली रद्द करनी पड़ी क्योंकि सभा स्थल पर पानी भर गया था.

उत्तराखंड में नेपाल के तीन श्रमिकों की मौत तथा दो अन्य के घायल हो जाने के बाद प्रशासन ने रविवार तक हरिद्वार एवं ऋषिकेश पहुंच चुके चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों को मौसम में सुधार आने तक आगे नहीं बढ़ने की सलाह दी है.

पौड़ी के जिलाधिकारी वीके जोगदंडे ने बताया कि लैंसडौन क्षेत्र के समखाल में भारी बारिश के चलते खेत का मलबा मजदूरों के टैंट पर आ गिरा जिसमें तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गए. उन्होंने बताया कि घायलों को उपचार के लिये बेस अस्पताल कोटद्वार भेजा गया है.

ऋषिकेश में यात्री वाहनों को चंद्रभाग पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला एवं मुनी की रेती भद्रकाली बैरियर पार नहीं करने दिया जा रहा है. केरल में भारी बारिश के चलते रविवार तक 22 लोगों की मौत हो गयी तथा तटबंध क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ रहा है. राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने बताया कि दस बांधों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है तथा सबरीमला मंदिर के लिए तीर्थाटन रोक दिया गया है.

राजन एवं राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीण जार्ज ने बताया कि काकी बांध से 100-200 क्यूमेक्स पानी छोड़ने के लिए उसे खोलने का फैसला किया गया है जिससे पंपा नदी में जलस्तर करीब 15 सेंटीमीटर बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि बांध में जलस्तर के खतरनाक स्तर के पार चले जाने के कारण यह फैसला किया गया है, साथ ही 20 अक्टूबर तक भारी वर्षा की आशंका को भी ध्यान में रखा गया है.

दिल्ली में भारी वर्षा से कई स्थानों पर यातायात जाम लग गया. शहर में न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो दिग्री कम है. यहां रविवार सुबह साढे आठ बजे से सोमवार सुबह आठ बजे तक 87.9 मिलीमीट वर्षा हुई. इस साल राष्ट्रीय राजधानी में अक्टूबर में 94.6 मिलीमीटर वर्षा पहले ही चुकी है.

मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में (रविवार सुबह साढ़े आठ बजे से सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी के साहा ने ‘पीटीआई-’ को बताया कि अगले कुछ दिनों तक और बारिश होने की संभावना है.

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