नागपुर, 12 दिसंबर महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहद खराब स्थिति में पहुंच जाने के बाद “जीवन रक्षक प्रणाली” पर हैं।
महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के नेताओं ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत और उनके विभाग के खिलाफ नारे लगाए। एमवीए गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार गुट और कांग्रेस शामिल है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट सफेद कोट पहने हुए आला और एक स्ट्रेचर लेकर विधान भवन के बाहर सीढ़ियों पर एकत्र हुए और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
दानवे ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं खराब हो गई हैं, नागपुर, नांदेड़, छत्रपति संभाजीनगर और ठाणे जिले के कलवा के सरकारी अस्पतालों में कई लोगों की मौतें हुई हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता दानवे ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर सपोर्ट (जीवन रक्षक प्रणाली) पर हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी है और सरकार पर मरीजों को उचित स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने में असमर्थ होने का आरोप लगाया।
दानवे ने कहा कि सितंबर में नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बच्चों सहित कम से कम 31 रोगियों की मृत्यु हो गई। जबकि छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो से तीन अक्टूबर के बीच 18 मरीजों की मौत दर्ज की गई। ठाणे के कलवा में छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में अगस्त में 24 घंटों में 18 लोगों की मौत हुई थी।
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