नयी दिल्ली, 24 जून स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा स्थगित किये जाने के दो दिन बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आयुर्विज्ञान में राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीईएमएस) के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को ‘नीट-पीजी’ परीक्षा प्रक्रिया की समीक्षा की।
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातकोत्तर (नीट-पीजी) एनबीईएमएस द्वारा अपने तकनीकी साझेदार टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के साथ मिलकर मेडिकल छात्रों के लिए आयोजित की जाती है।
सरकार ने कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की शुचिता पर हाल में लगे आरोपों के मद्देनजर ‘‘एहतियाती कदम’’ उठाते हुए 23 जून को होने वाली नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा शनिवार को स्थगित कर दी।
यह पता चला है कि बैठक में टीसीएस के शीर्ष अधिकारियों ने परीक्षा की प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा, ‘‘नीट-पीजी परीक्षा के प्रश्नपत्र अपलोड करने की प्रक्रिया, परीक्षा से एक घंटे पहले शुरू होती है। इस बार परीक्षा को पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से आयोजित करने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में इसे स्थगित कर दिया गया। परीक्षा केंद्रों की उपलब्धता के आधार पर जल्द ही नयी तिथियों की घोषणा की जाएगी।’’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा था कि कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की शुचिता के बारे में आरोपों की हालिया घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, उसने मेडिकल छात्रों के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा की प्रक्रियाओं की मजबूती का गहन मूल्यांकन करने का निर्णय लिया है।
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