नयी दिल्ली, 21 अप्रैल राष्ट्रीय राजधानी के कई अस्पतालों ने बुधवार को आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार विक्रेताओं को उन्हें ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की मंजूरी नहीं दे रही है और उनके पास ऑक्सीजन की सीमित मात्रा बची है।
इस संबंध में हरियाणा सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
एक अधिकारी के अनुसार पूसा रोड स्थित सर गंगा राम सिटी अस्पताल के पास शाम साढ़े चार बजे के आसपास पांच घंटे की ऑक्सीजन शेष थी और अस्पताल में कोविड के 58 मरीज हैं जिनमें से दस मरीज सघन देखभाल कक्ष (आईसीयू) में भर्ती हैं।
अधिकारी ने कहा,‘‘ विक्रेता के प्रतिनिधि ने बताया कि हरियाणा सरकार उसे पूसा रोड के सर गंगा राम सिटी अस्पताल को ऑक्सीजन सिलेंडर और तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की मंजूरी नहीं दे रही है। केवल पांच घंटे की ऑक्सीजन शेष है।’’
उन्होंने कहा कि केन्द्र के हस्तक्षेप की जरूरत है क्योंकि ‘‘ हरियाणा से ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद होने से’’ बड़ी संख्या में अस्पताल प्रभावित हो रहे हैं।
सेंट स्टीफेंस अस्पताल के एक प्रवक्ता ने कहा कि शाम करीब चार बजे उनके पास दो घंटे की ऑक्सीजन बची थी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ हरियाणा सरकार हमारे विक्रेता को हमें ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की अनुमति नहीं दे रही है। अस्पताल में भर्ती 350 मरीजों में से कम से कम 200 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।’’
ओखला के होली फैमिली अस्पताल के एक अधिकारी ने भी दावा किया कि दिल्ली के पड़ोसी राज्य ने उनका ऑक्सीजन का टैंकर रोक दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘केवल कुछ ही घंटों की ऑक्सीजन बची है। हम नए स्टॉक के लिए तीन-चार विक्रेताओं से संपर्क कर रहे हैं।’’
अधिकारियों के अनुसार दिल्ली के कुछ मुख्य सरकारी और निजी अस्पतालों को बुधवार तड़के चिकित्सकीय ऑक्सीजन प्राप्त हुई है।
सूत्रों ने कहा कि गंगाराम अस्पताल को निजी विक्रेताओं से तड़के तीन बजे से पहले 4,500 घन मीटर ऑक्सीजन की आपूर्ति की गयी। एक अन्य आपूर्तिकर्ता ने 6000 घन मीटर ऑक्सीजन की आपूर्ति की।
एक अधिकारी ने बताया कि यह भंडार बृहस्पतिवार सुबह नौ बजे तक चलेगा।
गुरु तेग बहादुर अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि एक कंपनी से भेजा गया ऑक्सीजन का ट्रक देर रात डेढ़ बजे उनके पास पहुंचा।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ सुरेश कुमार ने कहा कि एक विक्रेता से भेजा गया ऑक्सीजन का ट्रक तड़के तीन बजे अस्पताल पहुंचा।
आंबेडकर अस्पताल को सुबह पांच बजे ऑक्सीजन की ताजा आपूर्ति हुई। अधिकारियों का कहना है कि यह आपूर्ति 24 घंटे तक चलेगी।
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 28,395 मामले सामने आए और 277 लोगों की मौत के बाद महामारी की भयावह होती स्थिति सामने आई है। वहीं संक्रमण की दर 32.82 प्रतिशत हो गई और शहर में “ऑक्सीजन का गंभीर संकट” खड़ा हो गया है।
इस बीच हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने बुधवार को आरोप लगाया कि अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों के लिये ऑक्सीजन लेकर पानीपत से फरीदाबाद जा रहे एक टैंकर को दिल्ली सरकार द्वारा “लूट लिया गया” और कहा कि सभी ऑक्सीजन टैंकरों का आवागमन अब पुलिस सुरक्षा में होगा।
विज ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के कारण ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है, ऐसे में हरियाणा दूसरों को आपूर्ति तभी कर सकता है जब उसकी अपनी मांग पूरी हो जाए।
मंत्री ने कहा कि हरियाणा पूर्व में जिन दो पड़ोसी राज्यों से ऑक्सीजन प्राप्त करता था उन्होंने पहले अपनी जरूरतें पूरी करने के लिये उसे आपूर्ति रोक दी है।
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