IND vs ENG 1st Test Day 2 Stumps: जडेजा और राहुल के अर्धशतक, भारत ने 175 रन की बढ़त हासिल की
रवींद्र जडेजा और केएल राहुल (Photo Credits: BCCI/Twitter)

हैदराबाद, 26 जनवरी: भारत ने आल राउंडर रविंद्र जडेजा (नाबाद 81 रन) की और मध्यक्रम बल्लेबाज केएल राहुल (86 रन) की शानदार बल्लेबाजी से शुक्रवार को यहां पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन स्टंप तक सात विकेट पर 421 रन बनाकर इंग्लैंड के खिलाफ 175 रन की बढ़त हासिल कर ली. दिन का खेल समाप्त होने तक जडेजा के साथ अक्षर पटेल 35 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं। ये दोनों आठवें विकेट के लिए नाबाद 63 जोड़ चुके हैं.

जडेजा ने सही समय पर जोखिम लेकर रन जुटाने की काबिलियत से राहुल के साथ पांचवें विकेट के लिए महज 75 गेंद में 65 रन और केएस भरत (41 रन) के साथ छठे विकेट के लिए 68 की साझेदारी निभायी. सुबह एक विकेट पर 119 रन से खेलने उतरी भारतीय टीम ने तीनों सत्र में दो दो विकेट गंवाये. इंग्लैंड की टीम जब तीसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरेगी तो उसके लिए इस बढ़त को पार करना आसान नहीं होगा.

जडेजा जब क्रीज पर उतरे तो राहुल अच्छी लय में थे और इस बायें हाथ के हरफनमौला ने शुरूआती 40 गेंद में 35 रन जोड़कर आक्रामक शुरूआत की. भारत ने इस तरह धीरे धीरे बढ़त बनाना शुरू किया. राहुल 123 गेंद का सामना करने के बाद पवेलियन लौट गये जिससे जडेजा ने अपनी आक्रामकता पर लगाम कसी और परिस्थितियों के अनुरूप बल्लेबाजी करना शुरू किया क्योंकि तब भारत की बढ़त महज 42 रन की थी.

जडेजा ने यह जिम्मेदारी बखूबी निभायी और इंग्लैंड के गेंदबाज जब भी गलती करते, उन्हें खिलाफ शॉट लगाने से नहीं चूके। वह अभी तक अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के जड़ चुके हैं. इस आल राउंडर ने बायें हाथ के स्पिनर टॉम हार्टले पर लांग आन पर और जैक लीच पर छक्का जड़ा. इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भी जोश दिखाते हुए गेंदबाजी की और पूरे दिन अपील करते रहे लेकिन कामचलाऊ गेंदबाज जो रूट को छोड़कर सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी नहीं कर सके.

जडेजा को हालांकि रूट को खेलने में थोड़ी परेशानी हुई और एक बार तो उनकी अपील पर अंपायर पॉल रेफेल ने पगबाधा की अपील स्वीकार भी कर ली लेकिन डीआरएस का फैसला इस भारतीय खिलाड़ी के हक में रहा। तब जडेजा 49 रन पर थे. उन्होंने इसके बाद 84 गेंद में अपना 20वां अर्धशतक पूरा किया. हालांकि उनके और आर अश्विन के बीच हुई गफलत से भारत को एक झटका लगा. राहुल ने 123 गेंद की पारी के दौरान बेहतरीन ‘टाइमिंग’ दिखायी और अपने शॉट का चयन सतर्कता से किया.

ऐसा लग रहा है कि इस महीने के शुरू में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में शतक से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है.

हालांकि आरजीआई स्टेडियम की परिस्थितियां सुपरस्पोर्ट पार्क से काफी अलग थीं. लेकिन कम चुनौतीपूर्ण नहीं थीं, विशेषकर इंग्लैंड के स्पिनरों के बेहतर लय में आने के बाद. लेकिन राहुल ने अपनी सही तकनीक से स्पिनरों और तेज गेंदबाजों के खिलाफ दबदबा बनाये रखा जिससे भारत ने पहले सत्र में 3.81 रन प्रति ओवर से 103 रन बनाये.

बेंगलुरु के इस खिलाड़ी ने पैरों का अच्छी तरह से इस्तेमाल किया और जो रूट की गेंद एक रन लेकर अपना 14वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने जिस तरह रेहान अहमद की लेग स्पिन का सामना किया, वह शानदार रहा जिसमें उन्होंने चार गेंद के अंदर दो छक्के जड़ दिये. राहुल ने पहला छक्का ‘साइटस्क्रीन’ के ऊपर जड़ा और फिर दूसरा मिड विकेट के ऊपर जमाया. इस बल्लेबाज ने मुश्किल होती पिच के असर को नकारने के लिए बिलकुल सही तकनीक दिखाकर दबदबा बनाया.

लेकिन इस खिलाड़ी की सारी मेहनत तब बेकार हो गयी जब बायें हाथ के स्पिनर टॉम हार्टले की ‘हाफ ट्रैकर’ को पुल करने के प्रयास में वह डीप मिडविकेट पर खड़े एकमात्र क्षेत्ररक्षक अहमद को कैच दे बैठे. इससे वह 50वें टेस्ट में शतक जड़ने की उपलब्धि हासिल करने का मौका भी चूक गये. लेकिन जडेजा की बदौलत टीम ने रन जोड़ना जारी रखा. ऐसा लग रहा था कि श्रेयस अय्यर (35 रन) ने 63 गेंद की पारी के दौरान बड़ी मुश्किलों का सामना किया, विशेषकर तेज गेंदबाज मार्क वुड के खिलाफ जिन्होंने अपनी शॉर्ट पिच गेंदों से उन्हें परेशान किया.

अय्यर ने अहमद की गेंद पर स्लॉग स्वीप खेलकर डीप मिडविकेट पर हार्टले को आसान कैच थमा दिया. भारत ने दूसरे सत्र में दो विकेट गंवाकर 87 रन जोड़े. अगर इंग्लैंड के गेंदबाज इस दौरान अपनी लाइन एवं लेंथ में और अधिक निरंतर होते तो भारत के लिए मुश्किल बढ़ जाती. पिच धीमी थी लेकिन फायदा उठाने के लिए इस पर काफी स्पिन मौजूद थी. रूट के अलावा तीन स्पिनर भारतीय बल्लेबाजों को रन जोड़ने से रोकने में सफल नहीं हो सके.

भारत के लिए दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही. दिन के पहले ओवर में ही टीम ने सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (80 रन) का विकेट गंवा दिया. जायसवाल ने ओवर की दूसरी गेंद पर चौका लगाया लेकिन अगली दो गेंद पर फिर से शॉट लगाने की कोशिश की जिससे वह चौथी गेंद पर रूट को आसान रिटर्न कैच देकर पवेलियन पहुंच गये.

इंग्लैंड का जायसवाल का विकेट लेकर खुश होना स्वाभाविक था क्योंकि अगर यह बल्लेबाज क्रीज पर डटा रहता तो वे बैकफुट पर आ जाते. वहीं बीती रात के बल्लेबाज शुभमन गिल (23 रन) भी पारी को नहीं बढ़ा सके और वह टॉम हार्टले की गेंद को उठाने के प्रयास में मिड विकेट पर खड़े बेन डकेट को कैच देकर आउट हुए। इस बायें हाथ के स्पिनर का यह पहला टेस्ट विकेट रहा.

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