कोयंबटूर, 18 दिसंबर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को राज्य सरकार की सेवाओं को आम लोगों के करीब लाने के उद्देश्य से 'मक्कलुडन मुथलवार' नामक एक नयी पहल की शुरुआत की।
स्टालिन ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी सेवाएं लोगों के लिए सुलभ हों, प्रक्रियात्मक देरी को कम करके त्वरित निपटान में तेजी और जमा किए जाने वाले दस्तावेजों की संख्या में कटौती की जाए।
मुख्यमंत्री ने 'मक्कलुडन मुथलवार' योजना की शुरुआत के अवसर पर कहा कि शिविरों में प्राप्त सभी याचिकाओं की जांच की जाएगी और प्राथमिकता के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों की शिकायतों का समाधान 30 दिनों में किया जाएगा और इस योजना को मेरी सीधी निगरानी में लागू किया जाएगा। ’’
उन्होंने कहा कि यह योजना दिव्यांगों और बुजुर्गों की शिकायतों के निवारण पर विशेष ध्यान देगी।
यह शिविर दो चरणों में आयोजित किये जायेंगे। पहले चरण में चक्रवात मिगजॉम से प्रभावित चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लुर और कांचीपुरम जिलों को छोड़कर, सभी जिलों में निगमों, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों और ग्राम पंचायतों में 1,745 शिविर आयोजित करने की योजना बनाई गई है।
तेरह प्रमुख सरकारी विभाग शिविरों में लोगों की शिकायतें दर्ज करेंगे और प्राप्त याचिकाएं 'मक्कलुडन मुथलवार' वेबसाइट पर अपलोड की जाएंगी।
स्टालिन ने इस अवसर पर शहर में एक वनस्पति उद्यान, सेमोझी पोंगा की आधारशिला भी रखी।
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