देश की खबरें | नागरिकों से दुर्व्यवहार करने वाले जवानों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करे सरकार: महबूबा मुफ्ती

श्रीनगर, 22 नवंबर ‘पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’ (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर सरकार से किश्तवाड़ जिले में आतंकवाद-रोधी अभियानों के दौरान नागरिकों के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार सैन्यकर्मियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का शुक्रवार को आग्रह किया।

भारतीय सेना के जवानों पर आरोप है कि कुछ सैनिकों ने मुगल मैदान क्षेत्र में 20 नवंबर को चलाए गए आतंकवाद-रोधी अभियान के दौरान पांच नागरिकों की पिटाई कर दी, जिससे वे घायल हो गए।

सेना ने आरोपों पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू की।

महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘किश्तवाड़ से गंभीर यातना के आरोप सामने आए हैं, जो हमें इस साल की शुरुआत में बाफलियाज सुरनकोट में हुई परेशान करने वाली घटनाओं की याद दिलाते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सेना ने कौथ गांव के सज्जाद अहमद, अब्दुल कबीर, मुश्ताक अहमद और मेहराज-उद-दीन को पूछताछ के लिए शिविर में बुलाया गया, जहां कथित तौर पर उन्हें अत्यधिक शारीरिक यातनाएं दी गईं।’’

पीडीपी प्रमुख ने दावा किया कि पीड़ित ‘‘गंभीर रूप से घायल हो गए और वे चल भी नहीं पा रहे हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र शासित प्रदेश सरकार से आग्रह है कि जवाबदेही सुनिश्चित करने और ऐसे जघन्य मानवाधिकार उल्लंघनों को दोबारा होने से रोकने के लिए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए।’’

पार्टी की ओर से बाद में जारी किए गए एक बयान में पीडीपी प्रमुख ने केंद्र शासित प्रदेश सरकार से घटना की गहन और निष्पक्ष जांच करने तथा जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने का आग्रह किया।

बयान में कहा गया, ‘‘उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपाय किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा कहा कि इस तरह के उल्लंघन से संस्थाओं में जनता का विश्वास खत्म होता है और लोगों में अलगाव की भावना बढ़ती है।’’

मुफ्ती ने देश के नागरिक समाज और नागरिक समूहों से स्थिति पर बारीकी से नजर रखने तथा न्याय सुनिश्चित करने का आह्वान किया।

उन्होंने ‘किसी भी प्रकार के अन्याय’ के खिलाफ खड़े होने और जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों की रक्षा करने की अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराई।

सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने बृहस्पतिवार को 'एक्स' पर एक बयान में कहा, ‘‘किश्तवाड़ सेक्टर में आतंकवादियों के एक समूह की गतिविधि की विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर 20 नवंबर को राष्ट्रीय राइफल्स द्वारा एक अभियान शुरू किया गया था।’’

बयान में कहा गया है कि अभियान के दौरान नागरिकों के साथ कथित दुर्व्यवहार की कुछ खबरें हैं।

सेना ने अपने बयान में कहा, ‘‘तथ्यों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की जा रही है। आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।’’

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