राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि ई-स्नान सुविधा को बढ़ावा देने के लिए सरकार देश के किसी भी हिस्से में रह रहे व्यक्ति को 150 रुपये के मामूली शुल्क पर पवित्र जल एवं प्रसाद भेज रही है।
उन्होने कहा, ‘‘अबतक, देश के विभिन्न हिस्सों में 54000 लोगों ने अपने घरों पर ही गंगा के बगाल की खाड़ी के संगम स्थल का पवित्र जल प्राप्त किया है।’’
हर साल देशभर से लाखों श्रद्धालु मकर संक्राति के मौके पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए सागर द्वीप पहुंचते हैं जो कोलकाता से करीब 130 किलोमीटर दूर है। श्रद्धालु गंगासागर मेले के दौरान कपिल मुनि के मंदिर प्रार्थना भी करते हैं। यह मेला कुंभ मेले के बाद दूसरा सबसे बड़ा समागम माना जाता है।
कैलेंडर के अनुसार इस साल 14 जनवरी को प्रात: छह बजकर दो मिनट से लेकर अगले 24 घंटे तक पवित्र डुबकी लगाने का समय तय किया गया है।
मंत्री ने कहा कि इस साल 12 जनवरी तक दो लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं जिनमें से पांच कोविड-19 से संक्रमित पाये गये।
मुखर्जी ने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम किया है कि तीर्थयात्री कोविड नियमों का पालन करें और पवित्र डुबकी और कपिल मुनि मंदिर में प्रार्थना के उपरांत सुरक्षित लौटें।
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