फ्रांस में बहुत सारे डॉक्टरों की शिकायत है कि लोग अपॉइंटमेंट लेते हैं, लेकिन क्लीनिक पर पहुंचते ही नहीं. इससे निपटने के लिए सरकार जुर्माने का नियम लाई है.फ्रांस की सरकार डॉक्टर और मरीजों से जुड़ा एक नया नियमलाई है. इसके तहत अगर आपने किसी डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ली थी और आप अपने टाइम-स्लॉट में नहीं पहुंचे, तो आप पर पांच यूरो का जुर्माना लगाया जाएगा. सरकार का तर्क है कि किसी व्यक्ति के अपॉइंटमेंट लेकर भी न पहुंचने से अन्य जरूरतमंद लोग और मरीज प्रभावित होते हैं. इस नए नियम से सुनिश्चित किया जा सकेगा कि लोग लापरवाही न करें और डॉक्टरों का समय बर्बाद न हो, जो अन्य मरीजों की मदद में लगाया जा सकता था. डॉक्टरों की कमी को देखते हुए सरकार अपने ताजा कदम को जरूरी मानती है.
अनुमान है कि फ्रांस में हर साल करीब दो से तीन करोड़ लोग डॉक्टरों से अपॉइंटमेंट लेकर भी क्लीनिक नहीं पहुंचते हैं. यही वजह है कि फ्रांसीसी सरकार ने आर्थिक जुर्माने का विकल्प चुना है. प्रधानमंत्री गाब्रिएल अताल ने यह एलान करते हुए कहा कि उनकी योजना ऐसे लोगों पर जुर्माना लगाने की है, जो अपॉइंटमेंट लेकर भी डॉक्टरों के पास पहुंचते नहीं है और 24 घंटे पहले सूचित भी नहीं करते.
कैसे लगाया जाएगा जुर्माना
इस नए नियम के तहत डॉक्टर अपने विवेक से फैसला करेंगे कि अपॉइंटमेंट लेकर भी न पहुंचने वाले व्यक्ति पर 5 यूरो का जुर्माना लगाया जाए या नहीं. वे मरीज के बारे में उपलब्ध जानकारी और उसके हालात के मद्देनजर यह फैसला लेंगे.
अगर डॉक्टर को लगता है कि कोई मरीज आकस्मिक परिस्थिति की वजह से अपॉइंटमेंट पर नहीं आया, तो वे जुर्माना माफ भी कर सकते हैं.
वहीं अगर डॉक्टर को लगता है कि मरीज पर जुर्माना लगाने की जरूरत है, तो वह मरीज को रिपोर्ट कर सकता है. इसके बाद मरीज से जुर्माना वसूला जाएगा, क्योंकि अमूमन डॉक्टरों के क्लीनिक पर मरीजों की डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जानकारी होती है.
कितने मरीज मारते हैं गोला
फ्रांस में जनरल प्रैक्टिशनर्स के संगठन एमजी फ्रांस ने जनवरी में सर्वे कराया था. इसमें पता चला कि फ्रांस में डॉक्टर हर सप्ताह 2.5 ऐसे मरीजों का सामना करते हैं, जो अपॉइंटमेंट लेकर भी पहुंचते नहीं हैं.
एमजी फ्रांस यूनियन के अध्यक्ष जॉं क्रिस्टोफ नोगरेट ने इस सर्वे के नतीजे प्रकाशित होते समय कहा था, "एक-तिहाई डॉक्टरों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. एक-तिहाई कहते हैं कि इससे उन्हें कुछ राहत मिल जाती है, क्योंकि कुछ मरीजों के साथ उन्हें ज्यादा वक्त भी लगता है. वहीं एक-तिहाई डॉक्टर ऐसे हैं, जिनके लिए यह असहनीय है."
किन डॉक्टरों के पास नहीं पहुंचते लोग
फरवरी 2023 में डॉक्टोलिब ने भी एक सर्वे किया था, जिसमें पता चला कि डॉक्टरों से ली जाने वाली अपॉइंटमेंट में से 4 फीसदी बिना कैंसल कराए छोड़ दी जाती हैं. वहीं फिजीशियनों की फ्रेंच नेशनल काउंसिल की रिपोर्ट में यह आंकड़ा 10 फीसदी बताया गया था.
इन स्टडी और सर्वे के मुताबिक डेंटिस्ट के पास सबसे ज्यादा ऐसे मरीज होते हैं, जो अपॉइंटमेंट तो लेते हैं, लेकिन आते नहीं. इसके बाद स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का नंबर आता है और उनके बाद मनोचिकित्सकों के पास ऐसे मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है.
फ्रांस की सरकार का यह नया नियम आगामी सर्दियों तक लागू हो जाएगा.
वीएस/एके (एजेंसियां)