(तस्वीरों के साथ)
इस्लामाबाद/दुबई, पांच फरवरी पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और 1999 में करगिल युद्ध की योजना बनाने वाले जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को लंबी बीमारी के बाद दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी दी गई।
उनके परिवार के मुताबिक, मुशर्रफ दुर्लभ बीमारी ‘एमिलॉयडोसिस’ से पीड़ित थे, जिसमें पूरे शरीर के अंगों और ऊत्तकों में एमिलॉयड नामक एक असामान्य प्रोटीन बनता है।
‘जियो न्यूज’ ने उनके परिवार के हवाले से बताया कि जनरल (सेवानिवृत्त) मुशर्रफ का दुबई में एक अस्पताल में निधन हो गया। इसने कहा कि उनका अमेरिकन हॉस्पिटल दुबई में इलाज चल रहा था।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार के अनुसार, 2016 से दुबई में रह रहे मुशर्रफ ने रविवार को अंतिम सांस ली।
मुशर्रफ ने ही करगिल युद्ध की जमीन तैयार की थी जो महीनों तक चला था। यह युद्ध तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लाहौर में भारत के अपने समकक्ष अटल बिहारी वाजपेयी के साथ ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद शुरू हुआ था।
करगिल में मिली नाकामी के बाद मुशर्रफ ने 1999 में तख्तापलट कर तत्कालीन प्रधानमंत्री शरीफ को अपदस्थ कर दिया था और 1999 से 2008 तक विभिन्न पदों पर रहते हुए पाकिस्तान पर शासन किया था।
मार्च 2014 में मुशर्रफ को तीन नवंबर 2007 को संविधान निलंबित करने का दोषी ठहराया गया था। दिसंबर 2019 में एक विशेष अदालत ने मुशर्रफ को राजद्रोह के एक मामले में मृत्यदंड सुनाया था।
पूर्व सैन्य शासक इलाज कराने के लिए मार्च 2016 में दुबई गए थे।
मुशर्रफ का 11 अगस्त 1943 को दिल्ली में जन्म हुआ था। मुशर्रफ का परिवार 1947 में नयी दिल्ली से कराची चला गया था। वह 1964 में पाकिस्तानी सेना में भर्ती हुए थे। उन्होंने क्वेटा के आर्मी स्टाफ एंड कमांड कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी।
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