अमेरिका में पहली बार नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल कर एक अभियुक्त को मृत्युदंड दिया जाना है. संयुक्त राष्ट्र ने इस पर चिंता जताते हुए अमेरिकी अधिकारियों से इसे रद्द करने की अपील की है.58 साल के केनेथ स्मिथ को 1988 में हुई एक हत्या का दोषी माना गया था. उसे 25 जनवरी को अलाबामा में नाइट्रोजन हाईपौक्सिया के जरिए मृत्युदंड दिया जाना है. इसके तहत व्यक्ति को नाइट्रोजन के एक सिलिंडर से जुड़ा एक मास्क पहनाया जाता है, जो धीरे धीरे उसे ऑक्सीजन से वंचित कर देता है.
स्मिथ को इससे पहले नवंबर, 2022 में एक घातक इंजेक्शन के जरिए मौत की सजा देने की कोशिश की गई थी लेकिन उसमें काफी गड़बड़ हो गई थी. उसकी नसों में एक इंट्रावेनस लाइन डालने की बार बार कोशिश की गई लेकिन सभी कोशिशें नाकाम रहीं.
क्रूर, अमानवीय सजा
इस वजह से स्मिथ अमेरिका में मृत्युदंड के दौरान बच जाने वाले सिर्फ दो लोगों में से एक बन गया. संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों से अपील की वो इस तरीके पर आगे न बढ़ें.
उन्होंने कहा कि यह तरीका स्मिथ को "क्रूर, अमानवीय या अपमानजनक व्यवहार हो सकता है या यातना भी हो सकती है." एक बयान में संयुक्त राष्ट्र के चार विशेष प्रतिवेदकों ने कहा, "यह नाइट्रोजन हाइपौक्सिया से मृत्युदंड देने की पहली कोशिश होगी."
उन्होंने कहा कि इससे "भारी पीड़ा" हो सकती है और मुमकिन है कि इससे यातना और सजा के दूसरे क्रूर, अमानवीय या अपमानजनक तरीकों पर प्रतिबंध का उल्लंघन भी हो सकता है. उन्होंने आगे कहा, "हमें चिंता है कि नाइट्रोजन हाइपौक्सिया की वजह से एक दर्दनाक और अपमानजनक मौत मिलेगी."
क्या कहता है अमेरिकी संविधान
स्मिथ के वकीलों ने भी कहा है कि इस तरीके का अभी तक परीक्षण नहीं हुआ है और यह अमेरिकी संविधान के "क्रूर और असामान्य सजाओं" के प्रतिबंध का उल्लंघन कर सकता है. उन्होंने यह भी कहा है कि किसी भी तरीके से दूसरी बार मृत्युदंड देने की कोशिश भी असंवैधानिक है.
अमेरिका में मृत्युदंड के अधिकांश मामलों में बारबिटुरेत नाम की दवा की घातक डोज दी जाती है, लेकिन कुछ राज्यों को यूरोपीय संघ के एक प्रतिबंध की वजह से यह दवा हासिल करने में दिक्कत आ रही है. संघ ने दवा कंपनियों को जेलों में मृत्युदंड देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं बेचने से प्रतिबंधित कर दिया है.
सीके/एए (रॉयटर्स)