नयी दिल्ली, 12 जनवरी इफको और एनडीडीबी सहित पांच बड़ी सहकारी समितियां नई घोषित राष्ट्रीय स्तर की बहु-राज्यीय बीज सहकारी समिति की प्रवर्तक कंपनियां होंगी।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल ने बुधवार को बीज सहकारी समिति को मंजूरी प्रदान की। इफको, कृभको, नेफेड और दो वैधानिक निकाय - राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी)- इनमें से प्रत्येक 50 करोड़ रुपये का योगदान देंगे और संघ द्वारा अनुमोदित बीज सहकारी समिति के प्रवर्तक सदस्य बनेंगे।
सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की बहु-राज्यीय बीज सहकारी समिति की अधिकृत शेयर पूंजी 500 करोड़ रुपये होगी और शुरुआती चुकता शेयर पूंजी 250 करोड़ रुपये होगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) नए सहकारी बीज सोसायटी को ‘ब्रीडर’ (प्रजनक) बीज और तकनीकी सहायता प्रदान करेगी।
आज तक केवल बड़े किसान बीज उत्पादन, वितरण और विपणन में शामिल थे और बीज व्यवसाय से हर लाभ प्राप्त कर रहे थे।
सूत्रों के अनुसार बीज सहकारी समिति यह सुनिश्चित करेगी कि 29 करोड़ छोटे और सीमांत सहकारी किसान सदस्यों को गुणवत्तापूर्ण बीजों के उत्पादन, वितरण, विपणन और पारंपरिक प्राकृतिक बीजों के संरक्षण का लाभ मिले।
उन्होंने कहा कि बीज परीक्षण सुविधा के उन्नयन और विभिन्न प्रकार के परीक्षणों के माध्यम से समिति इस उद्देश्य को प्राप्त करेगा।
नियमों के अनुसार कुछ मात्रा में बीजों को आरक्षित भंडार के रूप में रखने के बाद सोसायटी, गुणवत्ता वाले बीज उत्पादन, खरीद, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, विपणन आदि से होने वाले सभी तरह के लाभ, भागीदार किसान सदस्यों को हस्तांतरित करेगी।
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